उत्तराखण्ड
‘हम मर रहे हैं और प्रशासन हमें ही अपराधी बना रहा’
रामनगर: बाघ के हमलों से दहशत में ग्रामीण, आंदोलन कर रहे लोगों पर मुकदमा दर्ज, CTR मुख्यालय पर जमकर प्रदर्शन
रामनगर (नैनीताल)। सावल्दे और ढेला क्षेत्र के ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ भारी आक्रोश है। बाघ के लगातार हो रहे हमलों से सुरक्षा की मांग कर रहे ग्रामीणों पर ही मुकदमा दर्ज होने से नाराज लोग बुधवार को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (CTR) मुख्यालय पहुंचे और जबरदस्त प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि जब तक हिंसक वन्य जीवों से सुरक्षा के ठोस इंतजाम नहीं किए जाते और आंदोलनरत ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमा वापस नहीं लिया जाता, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।
बाघ के हमलों से दहशत, ग्रामीणों का गुस्सा उफान पर
सावल्दे और ढेला इलाके में बीते दिनों बाघ के हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं। इन हमलों में ग्रामीणों की जान चली गई, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। प्रशासन और वन विभाग से लगातार गुहार लगाने के बावजूद सुरक्षा के कोई ठोस उपाय नहीं किए गए, जिससे नाराज ग्रामीणों ने हाल ही में कॉर्बेट पार्क के झिरना मार्ग को अवरुद्ध कर विरोध जताया था।
विरोध करने पर ग्रामीणों पर मुकदमा, बढ़ा आक्रोश
बाघ से सुरक्षा की मांग कर रहे ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए CTR प्रशासन ने 5 नामजद सहित 55 ग्रामीणों पर मुकदमा दर्ज करा दिया। यह कार्रवाई ग्रामीणों के आक्रोश को और बढ़ाने वाली साबित हुई। बुधवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण CTR मुख्यालय पहुंचे और जोरदार नारेबाजी करते हुए अपना गुस्सा जाहिर किया।
‘हम मर रहे हैं और प्रशासन हमें ही अपराधी बना रहा’
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों का कहना है कि बाघ के हमलों से उनकी जान जा रही है, लेकिन सरकार और वन विभाग सुरक्षा देने के बजाय उन पर मुकदमे ठोक रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि जल्द ही उचित कदम नहीं उठाए गए, तो वे उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
सरकार से दो टूक मांग: मुकदमे वापस लो, सुरक्षा दो
ग्रामीणों ने साफ कहा कि प्रशासन को हिंसक वन्य जीवों पर लगाम कसने के लिए तुरंत कदम उठाने होंगे। उन्होंने यह भी मांग की कि आंदोलनरत ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमे तत्काल वापस लिए जाएं, अन्यथा वे बड़े आंदोलन की रणनीति बनाने को मजबूर होंगे।
अब देखना होगा कि प्रशासन और वन विभाग इस गुस्से को शांत करने के लिए क्या कदम उठाते हैं या फिर यह विरोध और बड़ा रूप लेगा।




