उत्तराखण्ड
अंधविश्वास के खिलाफ वैज्ञानिक चिंतन जगाने भारत भ्रमण पर निकली टीम का रामनगर में हुआ स्वागत।
रामनगर।
विगत 18 मार्च से 3 दोपहिया वाहनों पर भारत भ्रमण के लिए निकली तर्कशील सोसायटी पंजाब, हरियाणा की टीम का रामनगर में साइंस फार सोसायटी द्वारा जोरदार स्वागत किया गया।
व्यापार भवन में आयोजित जन मिलन कार्यक्रम में पंजाब तर्कशील सोसाइटी के एडवोकेट हरिंदर सिंह लाली ने बताया कि वे पिछले लगभग 2 महीने से भूटान, नेपाल तथा भारत के 24 राज्यों की यात्रा करने के उपरांत उत्तराखंड पहुंचे हैं। यात्रा के दौरान वे व्यापक तौर पर जनसंपर्क कर के लोगों को तीन संदेश दे रहे हैं। पहला कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 ए (एच) में वैज्ञानिक चिंतन को स्थापित करना संवैधानिक दायित्व निर्धारित किया गया है अतः लोग अंधविश्वास छोड़कर जीवन में वैज्ञानिक चिंतन को अपनाएं। दूसरा लोग आपस में धर्म और जाति के नाम पर झगड़ान करें। बल्कि अपने रोजगार, शिक्षा स्वास्थ्य आदि के लिए एकजुट होकर संघर्ष करें। तीसरा उन्होंने बताया कि अच्छे जीवन के लिए व्यक्ति को शरीर और मन मस्तिष्क से स्वस्थ रहने की जरूरत है।
तर्कशील सोसायटी के अध्यक्ष डा. राजाराम हंडिआया ने कहा कि किसी भी बात पर विश्वास करने से पहले हमें उसे तर्क की कसौटी पर मापना चाहिए। सरकार लोगों को धर्म के नाम पर लड़ाती है परंतु लोगों को अपने वास्तविक मुद्दे समझ में आने चाहिए ।उन्होंने कहा कि सभी को रोटी चाहिए, सभी को कपड़ा चाहिए, सभी को अच्छा स्वास्थ्य चाहिए व रोजगार चाहिए और हमें इसी के लिए एकजुट होने की जरूरत है।
तर्कशील सोसायटी हरियाणा के उपाध्यक्ष राजेश पेंगा ने कहा कि उत्तराखंड से हम लोग हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, जम्मू कश्मीर होते हुए इस महीने के अंत तक चंडीगढ़ पहुंच कर अपनी यात्रा का समापन करेंगे। इस यात्रा के दौरान हमें जनता का जो प्यार मिला है वह अद्भुत है।
उत्तराखंड में भारत भ्रमण यात्रा के साथ चल रहे साइंस फॉर सोसायटी के संयोजक मदन सिंह मेहता ने उत्तराखंड पहुंचे मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कि देश में ज्ञान विज्ञान व अंधविश्वास को लेकर सभी संगठनों व व्यक्तियों को एक मंच पर आकर वैज्ञानिक चेतना का प्रसार और प्रचार करने के लिए तर्कशील सोसायटी का 20हजार किमी का ये भारत भ्रमण कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा।
कार्यक्रम में गिरीश आर्या, सतीश जोशी, अभिषेक शुक्ला, विद्यावति आर्य, राज पांडे, हरिज्ञान, सुरेश लाल, कीर्ति श्रीवास्तव, वीर सिंह, दीपक सुयाल दिगंबर बबाड़ी, इंद्रजीत जीत सिंह, मुकेश जोशी, मनमोहन अग्रवाल, विजय पपनै, शिवप्रकाश समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।