उत्तराखण्ड
सोशल मीडिया पर फेमस होने के चक्कर में महिला ने किया वर्दी का दुरुपयोग, पुलिस ने की कड़ी कार्रवाई
उत्तराखंड पुलिस की वर्दी का गलत इस्तेमाल, महिला के खिलाफ मामला दर्ज
नैनीताल। सोशल मीडिया पर फेमस होने और पैसे कमाने की चाह में एक महिला को उत्तराखंड पुलिस की वर्दी पहनकर अश्लील वीडियो बनाना भारी पड़ गया। महिला द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अनुचित कंटेंट पोस्ट करने के मामले में नैनीताल पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया है।
फेक कंटेंट और पुलिस की वर्दी का गलत उपयोग
नैनीताल जिले के थाना कालाढूंगी क्षेत्र की एक महिला ने पुलिस वर्दी पहनकर सोशल मीडिया पर वीडियो बनाए, जिसमें अश्लील और आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया। इन वीडियो को उसने यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, जिससे न केवल पुलिस विभाग की छवि को ठेस पहुंची बल्कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग भी हुआ।
महिला द्वारा किए गए इस कृत्य पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने तुरंत संज्ञान लिया। उनके निर्देश पर थानाध्यक्ष कालाढूंगी श्री पंकज जोशी ने भारतीय दंड संहिता की धारा 204 और 205 के तहत महिला के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया।
वर्दी खरीदने से लेकर वीडियो पोस्ट करने तक की कहानी
पुलिस पूछताछ में महिला ने बताया कि उसने पुलिस की वर्दी ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म अमेज़न से खरीदी थी। वह सोशल मीडिया पर ज्यादा लाइक्स, फॉलोअर्स और पैसे कमाने की मंशा से इस तरह के वीडियो बना रही थी।
सोशल मीडिया की निगरानी में सतर्क पुलिस
नैनीताल पुलिस की सोशल मीडिया सेल इन दिनों ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रख रही है। एसएसपी मीणा के नेतृत्व में सोशल मीडिया पर अवैध और आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में महिला की सभी वीडियो और पोस्ट को प्लेटफॉर्म्स से हटवा दिया गया है।
पुलिस की सख्त चेतावनी
एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने जनता से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर पुलिस विभाग या किसी अन्य सरकारी संस्था की छवि धूमिल करने वाले कृत्य न करे। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे मामलों में कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
समाज में अनुशासन बढ़ाने की पहल
इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य समाज में अनुशासन स्थापित करना और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के सही उपयोग को बढ़ावा देना है। पुलिस ने इस कार्रवाई से स्पष्ट संदेश दिया है कि कानून के साथ खिलवाड़ और सरकारी संस्थाओं की छवि धूमिल करने की कोशिशें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
सोशल मीडिया का दुरुपयोग केवल व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को ही नहीं, बल्कि समाज की सुरक्षा और संस्थाओं की छवि को भी नुकसान पहुंचा सकता है। पुलिस की यह सख्त कार्रवाई भविष्य में इस तरह के मामलों पर लगाम लगाने के लिए एक उदाहरण साबित होगी।