उत्तराखण्ड
महिला का कारनामा- फर्जी प्रमाण पत्रों से अपने नाम कर डाली करोड़ों की भूमि, कई लोगों से कर दिया सौदा
देहरादून। भूमि खरीद-फरोख्त के नाम पर धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जालसाज इसके लिए नए हथकंडे अपना रहे हैं। इस बार एक महिला ने फर्जी प्रमाण पत्रों से करोड़ों की जमीन के वारिश की पुत्री बनकर भूमि अपने नाम करा ली। इसके बाद उसे कई लोगों को बेच दिया। इस मामले में पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही फर्जी प्रमाण पत्र को भी निरस्त कर दिया गया है।
नगर निगम दून के नगर स्वास्थ्य अनुभाग में एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज करवाई कि निगम से जारी जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर एक महिला खुद को उसके पूर्वज की बेटी होने का दावा कर देहराखास में स्थित कई बीघा भूमि का चार करोड़ में कुछ लोगों से सौदा भी कर दिया। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने भी यह जमीन किसी और को बेच दी है, जबकि महिला की ओर से जिन लोगों को जमीन बेची गई है, वह भी अपना हक जता रहे हैं।
मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अविनाश खन्ना ने जन्म प्रमाण पत्र की जांच करवाई तो संबंधित महिला ने जमीन हड़पने के लिए फर्जी तरीके से दस्तावेज पेश कर 2014 जन्म प्रमाण पत्र बनवाया था। शिकायतकर्ता का कहना है कि उनके पिता के दादा के भाई के नाम से महिला का जन्म प्रमाण पत्र बनवाया गया। लेकिन जांच में सामने आया कि महिला खुद को जिस व्यक्ति की बेटी होने का दावा कर रही है, उनकी शादी ही नहीं हुई। परिवार ने नगर निगम में दस्तावेजों के आधार पर इसकी पुष्टि की है। जिसके बाद मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने 2014 में नगर निगम से जारी किया गया जन्म प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया है और इस मामले में पुलिस को तहरीर दे दी है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।