उत्तराखण्ड
पाटकोट में शराब की दुकान के खिलाफ महिलाओं का हल्लाबोल, 22वें दिन भी जारी रहा धरना
पाटकोट में शराब की दुकान के खिलाफ महिलाओं का हल्लाबोल, 22वें दिन भी जारी रहा धरना
कार्रवाई न होने पर चेताया—करेंगे आमरण अनशन
रामनगर (पाटकोट)।
पाटकोट गांव में शराब की दुकान को हटाने की मांग को लेकर महिलाओं का विरोध प्रदर्शन आज 22वें दिन भी जारी रहा। सुबह से ही महिलाएं पूर्व की तरह सड़क पर उतर आईं और शराब दुकान के बाहर धरना देकर विरोध जताया।
धरनास्थल पर एसडीएम रामनगर, तहसीलदार, आबकारी विभाग के अधिकारी और एलआईयू की टीम भी पहुंची, लेकिन महिलाओं का आक्रोश कम नहीं हुआ। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने साफ कहा कि जब तक शराब की यह दुकान पाटकोट गांव से नहीं हटती, तब तक उनका धरना खत्म नहीं होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे आमरण अनशन शुरू करेंगी।
धरने में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। प्रमुख रूप से मौजूद रहीं—गंगा देवी, भावना देवी, हेमा देवी, कमला देवी, पूनम रावत, बबीता बिष्ट, गुड्डी देवी, लीला देवी, अंजलि बोस, मोहनी देवी, कविता, दीपा देवी, चंपा देवी। इसके अलावा पुरुषों में केशव बधानी, गौरव जोशी, नरेंद्र बिष्ट, मनमोहन पाठक, कांति भंडारी, जीवन मेहरा, लक्ष्मण सिंह लुधियाना समेत सैकड़ों ग्रामीण जुटे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव के पास शराब दुकान होने से महिलाओं और बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सामाजिक माहौल भी बिगड़ रहा है।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस आंदोलन को कितनी गंभीरता से लेता है और कब तक ग्रामीणों की मांग पर ठोस कार्रवाई करता है।




