उत्तराखण्ड
औचक निरीक्षण के दौरान स्कूल में अध्ययनरत बच्चों से मिली महिला आयोग उपाध्यक्ष, पूछे सवाल
बागेश्वर। राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने राजकीय वृद्ध एवं अशक्त आवास गृह व राजकीय बालिका आश्रम पद्धति विद्यालय का औंचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वहां आवासीय परिसर में रह कर पढ़ाई कर रहे बच्चों व निशक्त वृद्धजनों की समस्याएं सुनीं। बच्चों के कमरे, किचन व शौचालय का निरीक्षण कर साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने स्टाफ की भारी कमी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए विभागीय उच्चाधिकारियों से बात कर जल्द समस्या का समाधान करने की बात कहीं। उपाध्यक्ष राज्य महिला आयोग ने सबसे पहले राजकीय बालिका आश्रम पद्धति विद्यालय में पढ़ रहे 19 बच्चों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने एक-एक बच्चे से बात की। उन्होंने उनकी समस्याएं सुनी। वहीं स्कूल टीचर की तरह बच्चों के बीच बैठकर उन्होंने उनसे सामान्य ज्ञान सहित विषयों के सवाल भी पूछे। इसके बाद उन्होंने बच्चों के आवास, शौचालय, किचन का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। बच्चे गंदगी में जल्द संक्रमित हो जाते हैं। इस दौरान बच्चों ने स्वागत गीत भी गाया।
आयोग उपाध्यक्ष ज्योति ने स्टाफ की जानकारी जुटाई। जिस पर स्टाफ की भारी कमी मिली। जिस पर उन्होंने कहा कि बच्चों और वृद्धों को देखते हुए पर्याप्त स्टाफ होना चाहिए। इतने कम कर्मचारियों में व्यवस्था कैसी होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए विभागीय उच्चाधिकारियों से बात की जाएगी। वहीं उन्होंने मौजूद अधीक्षक को व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की लापरवाही ना बरती जाए। उन्होंने वृद्धजनों से मिलकर उनके बारे में जाना। किसी प्रकार की कमी होने पर उन्हें जानकारी दें ताकि उचित समय पर समस्या का समाधान हो सके। उन्हें फल भी वितरित किए। इस अवसर पर तहसीलदार दीपिका आर्या, अधीक्षक हेम तिवारी, रेनू नगरकोटी आदि मौजूद थे।