उत्तराखण्ड
शराब दुकान दोबारा खोलने पर भड़का महिला एकता मंच, एसडीएम का किया घेराव, स्वास्थ्य सुविधाएं सुधारने की भी उठी मांग
शराब दुकान दोबारा खोलने पर भड़का महिला एकता मंच, एसडीएम का किया घेराव, स्वास्थ्य सुविधाएं सुधारने की भी उठी मांग
रामनगर, 13 जून — मालधन चौड़ क्षेत्र में एक बार फिर से खोली गई शराब की दुकान के विरोध में महिला एकता मंच ने शुक्रवार को उपजिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया। महिलाओं ने आबकारी आयुक्त द्वारा 14 मई 2025 को जारी उस आदेश का हवाला दिया, जिसमें उत्तराखंड में नव सृजित शराब की दुकानों को पूर्ण रूप से बंद करने के निर्देश दिए गए थे। बावजूद इसके, गोपाल नगर मालधन में बंद की गई दुकान को 12 जून को फिर से खोला जाना क्षेत्रीय जनता की भावनाओं के साथ खुला मजाक बताया गया।
महिलाओं का आरोप – शराब माफियाओं को संरक्षण, प्रशासन मौन
घेराव के दौरान महिलाओं ने आरोप लगाया कि गोपाल नगर में शराब दुकान दोबारा खुलने से क्षेत्र में अवैध शराब और कच्ची शराब का कारोबार भी बढ़ गया है। पुलिस और प्रशासन की ढीली कार्यप्रणाली के चलते शराब माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। महिला एकता मंच ने मांग की कि उक्त दुकान को तत्काल प्रभाव से दोबारा बंद किया जाए और नशे के अवैध कारोबार पर सख्ती से अंकुश लगाया जाए।
स्वास्थ्य सेवाओं में भारी लापरवाही, अस्पताल बना शोपीस
महिला एकता मंच ने सिर्फ नशे के खिलाफ ही नहीं, बल्कि क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को लेकर भी नाराज़गी जताई। मंच ने उपजिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में मालधन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की दुर्दशा की ओर ध्यान दिलाया। मांग की गई कि अस्पताल में सर्जन, निश्चेतक, बाल रोग विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की जाए। वर्षों से धूल फांक रही एक्स-रे मशीन को चालू किया जाए और अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी सहित अल्ट्रासाउंड जैसी बुनियादी सुविधाएं बहाल की जाएं।
सीएमओ की गैरमौजूदगी से अटकी सुधार प्रक्रिया
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए सीएमओ नैनीताल के साथ उपजिलाधिकारी द्वारा बैठक बुलाई गई थी, लेकिन सीएमओ की अनुपस्थिति के कारण कोई भी ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका। महिलाओं ने इस लापरवाही को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
एक सप्ताह में समाधान नहीं तो उग्र आंदोलन
महिला एकता मंच ने साफ कहा है कि यदि एक सप्ताह के भीतर उनकी मांगों का समाधान नहीं किया गया तो ‘नशा नहीं इलाज दो’ अभियान को आंदोलन की शक्ल दी जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि अब क्षेत्र की महिलाएं चुप नहीं बैठेंगी और सड़क से लेकर शासन तक संघर्ष करेंगी।
एसडीएम ने दिया आश्वासन
प्रदर्शन के दौरान उपजिलाधिकारी ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को आश्वस्त किया कि 3 जुलाई को हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान प्रशासन आबकारी आयुक्त के आदेश के पालन हेतु मजबूत पैरवी करेगा। साथ ही, अन्य सभी मांगों के निराकरण के लिए भी आवश्यक प्रयास किए जाएंगे।
घेराव में रहीं ये महिलाएं शामिल
घेराव कार्यक्रम में भगवती आर्य, पुष्पा आर्य, देवी आर्य, कौशल्या चुनियाल, सरस्वती जोशी, रजनी, रेखा शाह समेत बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल रहीं।📌 पढ़ते रहिए www.atombombnews.com — जनता की आवाज, जनता के साथ।







