उत्तराखण्ड
41वें दिन भी नहीं थमा विरोध, पाटकोट में महिलाओं का धरना जारी
रामनगर (नैनीताल) पाटकोट गांव में शराब की दुकान खोले जाने के विरोध में महिलाओं का धरना लगातार 41वें दिन भी जारी रहा। धरनास्थल पर जुटी महिलाओं ने शासन-प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि बार-बार चेतावनी देने और विरोध दर्ज कराने के बावजूद अब तक कोई लिखित कार्यवाही नहीं की गई है। उन्होंने साफ कहा कि गांव में शराब की दुकान किसी भी सूरत में नहीं खुलने दी जाएगी।
महिलाओं ने आरोप लगाया कि आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से ठेकेदार के लोग गांव के युवाओं को मोटा लालच देकर शराब दुकान खुलवाने के लिए दबाव बना रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गांव में पुलिसकर्मी आकर महिलाओं को धमका रहे हैं और कहा जा रहा है कि अब शराब की दुकान न खुलने की कीमत चुकानी पड़ेगी। इससे गांव का सामाजिक माहौल बिगाड़ने की साजिश की जा रही है और महिलाओं को डराने-धमकाने का प्रयास हो रहा है।
धरने पर बैठी महिलाओं ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब तक शराब ठेके को निरस्त नहीं किया जाता, तब तक उनका शांतिपूर्ण आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने प्रशासन से तत्काल प्रभाव से ठेका रद्द करने और गांव को शराब मुक्त क्षेत्र घोषित करने की मांग की।
धरने में अंजलि बोस, पूनम रावत, कविता मेहरा, दीपा मेहरा, लीला मेहरा, गुड्डी मेहरा समेत बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं। महिलाओं ने यह भी चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे आंदोलन को और व्यापक बनाएंगी।







