उत्तराखण्ड
शराब की दुकान के विरोध में महिलाओं का धरना 30वें दिन भी जारी, 2 मई को निकलेगी जनाक्रोश रैली
पाटकोट रोड पर दुकान हटाने की मांग को लेकर महिलाओं में गहरा आक्रोश
रामनगर। पाटकोट रोड पर शराब की दुकान के खिलाफ महिलाओं का धरना 30 अप्रैल को भी जारी रहा। यह प्रदर्शन अब अपने 30वें दिन में प्रवेश कर चुका है, लेकिन इसके बावजूद शासन-प्रशासन की ओर से अभी तक किसी तरह की ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इससे नाराज ग्रामीण महिलाओं ने 2 मई को रामनगर में जनाक्रोश रैली निकालने का ऐलान किया है।
महिलाओं का कहना है कि एक महीना बीत जाने के बाद भी दुकान के निरस्तीकरण को लेकर कोई लिखित आदेश नहीं आया है। दो सप्ताह पहले एसडीएम, तहसीलदार और आबकारी विभाग के अधिकारी गांव पहुंचे थे और महिलाओं से कहा था कि वे इस मुद्दे को शासन तक पहुंचाएंगे और उचित कार्रवाई करेंगे। लेकिन इसके बाद से न तो कोई अधिकारी लौटा और न ही शासन स्तर पर कोई कार्रवाई हुई।
इस लापरवाही के चलते महिलाओं में आक्रोश और निराशा बढ़ गई है। उनका कहना है कि यह मातृशक्ति की भावना और उनके संवैधानिक अधिकारों का खुला अपमान है। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने चेतावनी दी है कि अब 2 मई को रामनगर में एक बड़ी जनाक्रोश रैली निकाली जाएगी, जिसमें शासन और प्रशासन को जगाने के लिए प्रतीकात्मक रूप से “कानों में रुई ठूंसी जाएगी”।
धरने में पूनम, अंजली, हेमा, चंपा, कविता, कमला, गुड्डी, दीपा, तुलसी, विमला, लीला, मोहिनी, बचुली, हिमानी, गंगा, भावना, चंद्रा सहित दर्जनों महिलाएं शामिल रहीं।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही शराब की दुकान को हटाने को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया, तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।




