क्राइम
सहारनपुर में हैवानियत की हद पार — मां की गोद में सो रही 6 महीने की मासूम का गला रेतकर कत्ल
सहारनपुर में हैवानियत की हद पार — मां की गोद में सो रही 6 महीने की मासूम का गला रेतकर कत्ल, गांव में दहशत
गागलहेड़ी (सहारनपुर)।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में दिल को झकझोर देने वाली एक वारदात ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। गागलहेड़ी थाना क्षेत्र के कुतुबपुर कुसानी गांव में एक 6 महीने की मासूम बच्ची की बेरहमी से गला रेतकर हत्या कर दी गई। हैरानी की बात यह है कि यह जघन्य वारदात उस वक्त हुई, जब मासूम अपनी मां की गोद में सो रही थी। सुबह उठी तो मां की आंखें उस मंजर को देखकर पत्थर की हो गईं—बेटी की गर्दन कटी लाश उसके सामने थी।
मां की ममता को चीर गया खून का मंज़र
बच्ची की मां शिवानी की हालत बदहवास है। उसके मुताबिक, वह अपनी बच्ची के साथ रात को सोई थी, लेकिन जब सुबह उठी तो बेटी खून से लथपथ पड़ी थी, और उसका गला किसी तेजधार हथियार से रेता गया था। मासूम की चीख भी नहीं सुन पाई मां—इतनी खामोशी से हुई है ये दरिंदगी।
पिता केरल में करता है सैलून का काम, पहली संतान थी मासूम
मासूम बच्ची के पिता रोहित रोज़ी-रोटी की तलाश में केरल में सैलून चलाते हैं। यह उनकी पहली संतान थी, जिसे उन्होंने नाजों से पाला था। अभी कुछ महीने पहले ही बेटी की किलकारियां घर में गूंजी थीं, लेकिन किसी दरिंदे ने उसकी मासूम हंसी हमेशा के लिए खामोश कर दी।
गांव में खौफ, हर किसी के मन में एक ही सवाल—आख़िर कौन है ये शैतान?
इस खौफनाक घटना के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई है। हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल है—आख़िर मां की गोद से बच्ची को किसने छीन लिया? कौन है वह वहशी जो आधी रात को घर में घुसकर इतनी मासूम जान को बेरहमी से मार गया?
पुलिस के सामने चुनौती, जांच के घेरे में पूरा परिवार और आस-पास के लोग
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। घटना के बाद एफएसएल टीम भी बुलाई गई है। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं है कि बच्ची का कत्ल घर के अंदर हुआ या किसी बाहरी ने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस परिवार और आसपास के संदिग्धों से पूछताछ कर रही है।
क्या यह मामला पारिवारिक रंजिश का है या किसी मानसिक विकृत दरिंदे का खेल?
यह सवाल भी अब उठने लगा है कि क्या यह हत्या किसी पारिवारिक तनाव का नतीजा है, या किसी वहशी दरिंदे की करतूत है जो बच्ची को देखकर भी नहीं पिघला? बच्ची के गले पर जो निशान मिले हैं, वे किसी पेशेवर या खून के प्यासे इंसान की मानसिकता की ओर इशारा कर रहे हैं।
‘एटम बम’ की मांग—बच्ची के कातिल को फांसी मिले, ताकि फिर कोई मासूम यूं न कटे
इस घटना ने न सिर्फ एक मां की ममता को उजाड़ा है, बल्कि पूरे समाज के ज़मीर को झकझोर कर रख दिया है। अब सिर्फ जांच नहीं, इंसाफ चाहिए—सख्त और उदाहरण बनने वाला इंसाफ।







