क्राइम
अफवाहें उड़ीं आतंक की साजिश की,सच्चाई निकली कुछ और
उत्तर प्रदेश में कुछ दिनों पहले रेलवे लाइन पर एक पुराना लोहे का खम्भा मिलने से हड़कंप मच गया। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया और खबरों में तड़ातड़ अफवाहें चलने लगीं कि यह किसी आतंकी साजिश का हिस्सा हो सकता है। कई ट्वीट्स में इस बात का जिक्र किया गया कि सरकार को बदनाम करने के लिए यह साजिश रची गई है।
मामले की हकीकत हालांकि इससे बिल्कुल अलग निकली। रेलवे पुलिस की तफ्तीश के बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनके नाम संदीप और विजेंद्र हैं। ये दोनों नशे की लत से ग्रस्त हैं और रेलवे ट्रैक के पास से खम्भा चुराने की कोशिश कर रहे थे। उनकी मंशा उस खम्भे को खोलकर बेचने की थी।
लेकिन जैसे ही वे इस खम्भे को चुरा पाते, अचानक से एक ट्रेन आ गई, जिससे घबराकर वे खम्भा वहीं छोड़कर भाग निकले। इसके बाद घटना की जानकारी मिलने पर कुछ अति उत्साही लोगों ने इसे आतंकी साजिश का रंग दे दिया और सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने लगे।
हालांकि, रेलवे पुलिस की जांच ने इस घटना के पीछे के वास्तविक कारण को साफ कर दिया है, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि यह कोई आतंकवादी गतिविधि नहीं, बल्कि दो नशेड़ियों की चोरी की कोशिश थी। ऐसे में यह घटना सरकारी भक्ति और अफवाहों के जाल में फंसने की एक और मिसाल बनकर रह गई है।