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मां… जब लाशें मिलीं तो रो पड़ा हर दिल
मां… जब लाशें मिलीं तो रो पड़ा हर दिल
दिल्ली के गाजीपुर की खोड़ा कॉलोनी में एक शाम लगभग साढ़े सात बजे तनुजा अपने बेटे प्रियांश की उंगली थामे सब्जी खरीदकर लौट रही थी। बारिश के बीच पानी में रास्ता तलाशते हुए वे घर की ओर बढ़ रहे थे। अचानक तनुजा के हाथ से बेटे की उंगली छूट गई और प्रियांश एक नाले में जा गिरा जो ऊपर से दिखाई नहीं दे रहा था। जैसे ही प्रियांश नाले में गिरा, तनुजा बिना देर किए खुद भी नाले में कूद गई।
नाले में पानी का इतना तेज बहाव था कि मां-बेटे दोनों उसमें लापता हो गए। आसपास के लोगों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। घंटों बाद रात 11 बजे, दोनों के शव लगभग 500 मीटर दूर बरामद किए गए। प्रत्यक्षदर्शी यह देखकर आश्चर्यचकित थे कि मां मौत के बाद भी अपने बेटे का हाथ पकड़े हुए थी।
इस हृदय विदारक घटना ने हर दिल को द्रवित कर दिया। मां की अपने बच्चे के प्रति अटूट ममता और साहस की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि एक मां का प्यार किसी भी मुश्किल से बड़ा होता है।