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भारत-पाकिस्तान युद्ध की खबरों की सच्चाई: फैक्ट चेक

हाल के दिनों में भारतीय टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की आशंका से जुड़ी खबरें तेजी से प्रसारित हो रही हैं। इनमें दावे किए जा रहे हैं कि दोनों देश युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं, खासकर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले और इसके जवाब में भारत द्वारा किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद। लेकिन क्या ये खबरें पूरी तरह सत्य हैं? आइए, इन दावों का फैक्ट चेक करते हैं और सच्चाई सामने लाते हैं।

पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा है। इस हमले के जवाब में भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत 6 मई 2025 को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए। भारतीय सेना ने इसे आतंकवाद के खिलाफ लक्षित कार्रवाई बताया। इसके बाद, सीमा पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव और छिटपुट गोलीबारी की खबरें आईं, जिसमें पुंछ सेक्टर में एक गुरुद्वारे पर हमले की भी खबर शामिल है, जिसमें चार लोगों की मौत हुई।

मीडिया में युद्ध की खबरें: दावे और अतिशयोक्ति
भारतीय टीवी चैनलों पर कुछ न्यूज बुलेटिन में युद्ध को लेकर सनसनीखेज हेडलाइंस देखने को मिलीं, जैसे “पाकिस्तान की बर्बादी”, “भारत का करारा जवाब”, और “युद्ध की तैयारी में भारत”। कुछ चैनलों ने दावा किया कि पाकिस्तान ने भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया या भारत ने पाकिस्तान के कई शहरों को निशाना बनाया। सोशल मीडिया पर भी वायरल पोस्ट्स में दावा किया गया कि भारतीय सेना ने सियालकोट पर हमला किया।

फैक्ट चेक:
सियालकोट पर हमले का दावा: इंडिया टीवी के फैक्ट चेक में सामने आया कि सोशल मीडिया पर सियालकोट में भारतीय सेना के हमले का दावा गलत है। इस दावे के समर्थन में कोई विश्वसनीय साक्ष्य नहीं मिला, और इसे फर्जी खबर करार दिया गया।

पाकिस्तान द्वारा भारतीय जेट्स मार गिराने का दावा: पाकिस्तानी मीडिया और कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया गया कि पाकिस्तान ने भारत के 2-5 राफेल जेट्स या ड्रोन्स को मार गिराया। भारत ने इन्हें “गलत सूचना” बताया, और बीबीसी जैसे विश्वसनीय स्रोतों ने भी ऐसी खबरों को अविश्वसनीय माना.

युद्ध की तत्काल आशंका: कुछ चैनलों ने दावा किया कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं। हालांकि, विशेषज्ञों और रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि वर्तमान में तनाव बढ़ा है, लेकिन दोनों देशों के बीच सीमित सैन्य कार्रवाइयां (जैसे हवाई हमले या सीमा पर गोलीबारी) हो रही हैं। पूर्ण युद्ध की स्थिति अभी नहीं बनी है।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और प्रोपेगैंडा
पाकिस्तान ने भारत के हवाई हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक बुलाने की अपील की और दावा किया कि भारत की कार्रवाइयां आक्रामक हैं। पाकिस्तानी मीडिया ने पुरानी तस्वीरों और फर्जी दावों के जरिए प्रोपेगैंडा फैलाने की कोशिश की, जैसे भारतीय कश्मीर में हमले शुरू करने या भारतीय जेट्स को मार गिराने की खबरें। भारत के विदेश मंत्रालय ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि पाकिस्तान केवल प्रोपेगैंडा फैला रहा है।

भारत की रणनीति और मॉक ड्रिल
भारत ने तनाव के बीच कई कदम उठाए हैं, जैसे सिंधु जल समझौते की समीक्षा, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना, और व्यापारिक संबंधों पर पाबंदी। इसके अलावा, गृह मंत्रालय ने 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों के 244 शहरों में मॉक ड्रिल का आदेश दिया, ताकि युद्ध की स्थिति में नागरिकों को बचाव के लिए प्रशिक्षित किया जा सके। यह आखिरी बार 1971 के युद्ध में हुआ था। ये कदम सावधानी के तौर पर उठाए गए हैं, न कि युद्ध की तत्काल घोषणा के रूप में।

ज्योतिषीय भविष्यवाणियां और अफवाहें
कुछ न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया पर ज्योतिषियों की भविष्यवाणियां भी वायरल हुईं, जैसे स्वामी योगेश्वरानंद गिरी का दावा कि 30 मई 2025 के आसपास ग्रहों की स्थिति युद्ध की ओर इशारा करती है, लेकिन भारत की जीत होगी। ऐसी भविष्यवाणियां वैज्ञानिक आधार पर नहीं हैं और केवल सनसनी फैलाने का काम करती हैं।

सच्चाई क्या है?
वर्तमान स्थिति: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव निश्चित रूप से बढ़ा है, खासकर पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद। सीमा पर छिटपुट गोलीबारी और सैन्य तैयारियां चल रही हैं।

युद्ध की संभावना: अभी तक कोई पूर्ण युद्ध शुरू नहीं हुआ है। भारत की कार्रवाइयां आतंकवाद के खिलाफ लक्षित हैं, और पाकिस्तान की प्रतिक्रियाएं ज्यादातर प्रोपेगैंडा और कूटनीतिक दबाव तक सीमित हैं।

मीडिया की अतिशयोक्ति: टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर कुछ खबरें अतिशयोक्तिपूर्ण या गलत हैं, जैसे सियालकोट पर हमला या भारतीय जेट्स के नष्ट होने की खबरें।

सावधानी जरूरी: भारत सरकार की मॉक ड्रिल और सैन्य तैयारियां युद्ध की आशंका से ज्यादा सावधानी का हिस्सा हैं। नागरिकों को अफवाहों से बचना चाहिए और केवल विश्वसनीय स्रोतों पर भरोसा करना चाहिए।

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की खबरें सही हैं, लेकिन टीवी मीडिया और सोशल मीडिया पर युद्ध को लेकर फैलाई जा रही कई खबरें अतिशयोक्तिपूर्ण या फर्जी हैं। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं, और पाकिस्तान इसका जवाब प्रोपेगैंडा और कूटनीतिक तरीकों से दे रहा है। पूर्ण युद्ध की स्थिति अभी नहीं बनी है, लेकिन तनाव बना हुआ है। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे केवल सरकारी बयानों और विश्वसनीय समाचार स्रोतों पर भरोसा करें।

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