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“सीता की खोज” के बहाने जेल से भागे कैदियों की खोज में जुटी पुलिस की 10 टीमें
फरार कैदियों की तलाश के लिए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल का सख्त रुख, SIT टीम गठित
हरिद्वार जिला कारागार से फरार हुए कुख्यात प्रवीण वाल्मीकी गैंग के गुर्गे और एक अन्य विचाराधीन बंदी के प्रकरण में एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने कड़ा रुख अपनाया है। जेल निरीक्षण के बाद, उन्होंने देर रात वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक बुलाई, जिसमें फरार कैदियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया।
इस बैठक में एसएसपी डोबाल ने एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह की पर्यवेक्षण में एएसपी सदर जितेंद्र मेहरा के नेतृत्व में SIT टीम का गठन किया, जिसमें 10 टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें फरार कैदियों की तलाश में जुटी हुई हैं, और सभी को जल्द से जल्द परिणाम देने का निर्देश दिया गया है। कप्तान ने इस मामले को एक चुनौती के रूप में लिया है और जल्द सफलता का विश्वास जताया है।
फरार कैदी पंकज, जो 302 आईपीसी के तहत आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा था, अपने साथी रामकुमार के साथ जेल की दीवार कूदकर भाग निकला था। पुलिस ने इन दोनों की तलाश में संभावित स्थानों की छानबीन शुरू कर दी है। पंकज की रुड़की स्थित संभावित ठिकानों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, और पुलिस फोर्स को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
बैठक में एसपी क्राइम पंकज गैरोला, एएसपी सदर जितेंद्र मेहरा, सीओ रुड़की नरेंद्र पंत और अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। कुछ अधिकारियों ने ऑनलाइन बैठक में भाग लिया।
आपको बता दें उक्त दोनों फरार कैदी जेल में आयोजित रामलीला मंचन में वानर की भूमिका कर रहे थे, सीता की खोज में वानर का रोल करते हुए दोनों कैदी जेल से भाग गए. जिसके बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया.फरार कैदीयो की तलाश के लिए पुलिस की दस टीमें बनाई गई हैं.
इस घटना के बाद पुलिस द्वारा पूरे क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, और पुलिस का कहना है कि जल्द ही इन फरार कैदियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।