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इंस्टा पर ‘गालियों की रील’ बनाना पड़ा भारी, महंगे iPhone समेत महक-परी-हिना और कैमरा मैन जर्रार गिरफ्तार!
इंस्टा पर ‘गालियों की रील’ बनाना पड़ा भारी, महंगे iPhone समेत महक-परी-हिना और कैमरा मैन जर्रार गिरफ्तार!
संभल, उत्तर प्रदेश —
इंस्टाग्राम पर अश्लीलता और अभद्र भाषा की लिमिट पार कर चुकी ‘रिल्स क्वीन’ महक, परी और हिना को अब अदालत के कैमरे का सामना करना पड़ेगा। साथ में था इनका स्पेशल कैमरा मैन — जर्रार आलम, जो इन गालियों और गंदगी की शूटिंग में व्यस्त था। पुलिस ने चारों को हिरासत में लेकर इंस्टाग्राम की इस “भूतनी का भस्माचार” फिलहाल ऑफलाइन कर दिया है।
📱 iPhone से रील, अब जेल से रील?
इन डिजिटल सितारों के पास से पुलिस ने 4 मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनमें से दो महंगे iPhone हैं। वही iPhone जिनसे ये इंस्टाग्राम पर “कंटेंट क्रिएटर” बनकर समाज की गरिमा को गालियों में डुबो रहे थे। पुलिस अब इन iPhone से ‘कंटेंट’ नहीं, सबूत निकालेगी।
😡 FIR के बाद भी चालू था ‘रिल्स राग’!
चौंकाने वाली बात ये है कि FIR दर्ज होने के बावजूद ये लड़कियाँ पुलिस को खुलेआम इंस्टाग्राम पर चुनौती दे रही थीं। “कर लो जो करना है” टाइप की पोस्ट डालकर ये समझ रही थीं कि ऑनलाइन बकवास पर कानून ऑफलाइन हो चुका है। लेकिन अब कैमरा, स्क्रिप्ट और एडिटिंग टीम समेत पूरा “रिल्स प्रोडक्शन हाउस” सलाखों के पीछे है।
🎬 स्क्रिप्टिंग से वायरल तक – पूरा ‘अश्लील स्टार्टअप’!
पुलिस के मुताबिक, महक, परी और हिना मिलकर वीडियो की स्क्रिप्टिंग करती थीं, जर्रार शूट करता था और फिर ये सब मिलकर अश्लीलता की पैकेजिंग कर इंस्टाग्राम पर परोसते थे — जैसे संस्कृति की कब्र पर वायरल व्यूज की माला चढ़ाई जा रही हो। अब वही टीम थाने में पुलिस को स्क्रिप्ट सुना रही है।
🚓 सोशल मीडिया पर चढ़ा बुखार, अब पुलिस की नजरें तेज
पुलिस की इस कार्रवाई के बाद इंस्टाग्राम पर कुछ ‘रिवीलिंग अकाउंट्स’ पर हलचल मच गई है। कई यूजर्स ने सवाल उठाया कि क्या इंस्टाग्राम अब अश्लीलता का अड्डा बनता जा रहा है? यूपी पुलिस अब ऐसे अकाउंट्स को खंगालने में लगी है जो ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ की आड़ में गालियों, निर्वस्त्रता और नंगई को स्वतंत्रता दिवस समझ बैठे हैं।
अगर अश्लीलता ही नई “क्रिएटिविटी” है, तो फिर समाज के नाम पर शर्मसार होने की तैयारी भी जरूरी है। कुछ युवतियां रील्स में खुद को “बॉस बेब” समझ रही थीं, पर असल में वे समाज के सामने एक बेहूदा उदाहरण बन गईं। अब जब कैमरा बंद है और अदालत खुली है, तो शायद अगली स्क्रिप्ट थोड़ी समझदारी से लिखी जाए — बिना गालियों के, बिना गिरावट के।







