उत्तराखण्ड
सेवा और विकास के तीन साल: 23 मार्च को उत्तराखंड में मनाया जाएगा ‘सेवा दिवस’
सेवा और विकास के तीन साल: 23 मार्च को उत्तराखंड में मनाया जाएगा ‘सेवा दिवस’
मुख्यमंत्री बोले – “मेरा हर पल राज्य के विकास के लिए समर्पित”
राज्य के प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण और जनसेवा के लिए विशेष अभियान
देहरादून।उत्तराखंड की वर्तमान सरकार के तीन वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 23 मार्च को पूरे प्रदेश में ‘सेवा दिवस’ मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने दिल्ली से वर्चुअल बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि 22 से 25 मार्च तक प्रदेशभर में विभिन्न सेवा और विकास कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विशेष अवसर पर जनता के सीधे जुड़ाव के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने विकासखंड स्तर तक बहुद्देशीय शिविरों के आयोजन, स्वास्थ्य कैंप लगाने और जरूरतमंद लोगों को आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
सेवा दिवस के तहत जनसेवा के नए आयाम
इस अभियान के तहत सरकार द्वारा विभिन्न सामाजिक और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि—
✔️ प्रदेशभर में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाए।
✔️ जरूरतमंदों को स्वास्थ्य संबंधी उपकरण उपलब्ध कराए जाएं।
✔️ सरकारी योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जाए।
✔️ विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले नागरिकों की कहानियों को आमजन तक पहुंचाया जाए।
“मेरा हर पल राज्य के विकास के लिए समर्पित” – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे भले ही दिल्ली प्रवास पर हैं, लेकिन उनका मन हमेशा उत्तराखंड के विकास के लिए समर्पित है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनभागीदारी को बढ़ावा देने के लिए इन सेवा कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों की भी भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
तीन वर्षों में ऐतिहासिक फैसले, राज्य को मिली नई पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने बीते तीन वर्षों में ऐसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं, जो उत्तराखंड के उज्जवल भविष्य के लिए आवश्यक थे।
✔️ समान नागरिक संहिता (UCC) लागू करने वाला पहला राज्य बनकर उत्तराखंड ने ऐतिहासिक कदम उठाया।
✔️ सख्त नकल विरोधी कानून लागू कर शिक्षा प्रणाली में सुधार की दिशा में बड़ा निर्णय लिया गया।
✔️ राज्य का वार्षिक बजट पहली बार ₹1 लाख करोड़ के पार पहुंचा, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली।
जल स्रोतों के संरक्षण के लिए सरकार की नई पहल
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में जल संरक्षण और जल स्रोतों के पुनर्जीवन के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि—
✔️ चाल-खाल, कुएं, गाड़-गदेरे पुनर्जीवित करने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं।
✔️ आगामी ग्रीष्मकाल के मद्देनजर प्रदेशभर में पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
महत्वपूर्ण प्रशासनिक बैठक में वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
मुख्यमंत्री की इस महत्वपूर्ण बैठक में—
✅ मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी
✅ अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन
✅ प्रमुख सचिव न्याय श्री प्रदीप पंत
✅ डीजीपी श्री दीपम सेठ
✅ विभिन्न विभागों के सचिव और सभी जिलाधिकारी
वर्चुअल माध्यम से जुड़े और प्रदेश में सेवा कार्यक्रमों को प्रभावी बनाने पर विचार-विमर्श किया।
23 मार्च को मनाया जाने वाला ‘सेवा दिवस’ उत्तराखंड में जनसेवा और विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाएगा। इस दिन आयोजित होने वाले विशेष कार्यक्रमों से न सिर्फ आमजन को लाभ मिलेगा, बल्कि प्रदेश में सकारात्मक बदलाव की नई दिशा भी तय होगी।




