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उत्तराखण्ड

खटीमा में ब्लैकमेल की सनसनीखेज गुत्थी सुलझी: SSP मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस की बड़ी कामयाबी

खटीमा, ऊधम सिंह नगर: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) मणिकांत मिश्रा के कुशल नेतृत्व में खटीमा पुलिस ने एक युवक की आत्महत्या के रहस्यमयी मामले को सुलझाकर आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। इस सनसनीखेज मामले में ब्लैकमेलर दिलीप सिंह बोहरा को गिरफ्तार किया गया, जिसने पीड़ित गौरव को अंतरंग तस्वीरों और वीडियो के जरिए ब्लैकमेल कर आत्महत्या के लिए मजबूर किया।

आत्महत्या की गुत्थी का खुलासा

19 मई, 2025 को संजय कुमार ने कोतवाली खटीमा में शिकायत दर्ज कराई कि उनके छोटे भाई गौरव ने 13 मई को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शुरू में परिवार ने इसे सामान्य घटना मानकर अंतिम संस्कार कर दिया, लेकिन गौरव के ओमान में काम करने वाले साथियों ने संजय को बताया कि गौरव गहरे तनाव में था और पैसे मांग रहा था। संजय ने गौरव का मोबाइल चेक किया तो एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप पर ब्लैकमेलिंग के संदेश मिले, जिसमें बार-बार पैसे की मांग की गई थी। इन संदेशों से साफ था कि गौरव मानसिक दबाव में था, जिसने उसे आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाने को मजबूर किया। इसके आधार पर तुरंत FIR दर्ज की गई।

पुलिस की तेज-तर्रार जांच

SSP मणिकांत मिश्रा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित और गहन जांच के निर्देश दिए। कई पुलिस टीमों ने गौरव के मोबाइल की बारीकी से जांच की, जिसमें व्हाट्सएप चैट्स से ब्लैकमेलिंग की पुष्टि हुई। जांच में पता चला कि गौरव ने 10 मई को ₹15,000, 11 मई को ₹15,000 और 12 मई को ₹10,000 एक ऑनलाइन खाते में ट्रांसफर किए थे। इस खाते के मोबाइल नंबर की जांच से आरोपी की पहचान दिलीप सिंह बोहरा, निवासी चंडाक, पिथौरागढ़ के रूप में हुई।

ब्लैकमेलिंग का घिनौना खेल

पूछताछ में बोहरा ने अपना गुनाह कबूल किया। उसने बताया कि वह इंस्टाग्राम पर निशा नाम की महिला से मिला और व्हाट्सएप पर उनकी बातचीत गहरे रिश्ते में बदल गई। निशा ने उसे अपनी निजी तस्वीरें और वीडियो भेजे, जिनका इस्तेमाल बोहरा ने निशा के पति गौरव को ब्लैकमेल करने के लिए किया। इस ब्लैकमेलिंग के चलते गौरव ने भारी मानसिक दबाव में आत्महत्या कर ली।

गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई

24 मई, 2025 को पुलिस ने दिलीप सिंह बोहरा उर्फ दीपक बोहरा को गिरफ्तार कर लिया। उसे जल्द ही माननीय न्यायालय में पेश किया जाएगा, जहां कानूनी कार्यवाही शुरू होगी।

SSP के नेतृत्व की सराहना

खटीमा पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने न केवल एक जटिल मामले को सुलझाया, बल्कि यह भी दिखाया कि SSP मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में ऊधम सिंह नगर पुलिस अपराधियों के खिलाफ कितनी सख्त और प्रभावी है। यह कार्रवाई पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और समाज में सुरक्षा का भरोसा जगाने में मील का पत्थर साबित होगी।खटीमा पुलिस की इस उपलब्धि पर लोगों ने उनकी तारीफ की और SSP मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व को अपराध नियंत्रण में एक नया मानक बताया।

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