उत्तराखण्ड
वीर बाल दिवस: मुख्यमंत्री धामी ने गुरु गोबिंद सिंह और साहिबजादों के बलिदान को किया नमन
नैनीताल:हल्द्वानी के गौलापार स्थित गुरुद्वारा सिंह संत बाबा जगत सिंह जी में वीर बाल दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की। इस पावन अवसर पर उन्होंने दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और उनके चारों साहिबजादों—बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह—के अतुलनीय बलिदान को स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने कहा, “वीर बाल दिवस” हमारे महानायकों को स्मरण करने और उनके अद्वितीय त्याग को चिरस्थायी बनाने का अवसर है। गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों का बलिदान न केवल भारतीय इतिहास, बल्कि विश्व इतिहास में स्वर्णिम अध्याय के रूप में अंकित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2022 में गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में घोषित करना, इन वीर साहिबजादों को सच्ची श्रद्धांजलि है।
वीर साहिबजादों के अमर बलिदान का स्मरण
मुख्यमंत्री ने वीर साहिबजादों की महान गाथा का उल्लेख करते हुए कहा कि बाबा अजीत सिंह जी और बाबा जुझार सिंह जी ने मात्र 17 और 15 वर्ष की आयु में चमकौर के युद्ध में अद्वितीय शौर्य का परिचय देते हुए वीरगति को प्राप्त किया। वहीं, बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी ने 9 और 6 वर्ष की आयु में सरहिंद के नवाब वजीर खान द्वारा दी गई अमानवीय यातनाओं का सामना करते हुए धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “इन महान बलिदानों को हमारी आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए माता-पिता और शिक्षकों का महत्वपूर्ण दायित्व है। हमें अपने बच्चों को इन वीर गाथाओं से परिचित कराना चाहिए, ताकि वे अपनी संस्कृति, धर्म और परंपराओं पर गर्व महसूस कर सकें।”
कार्यक्रम में पुरस्कार वितरण और विशेष उपस्थिति
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सिख फेडरेशन हल्द्वानी द्वारा आयोजित मेरी सिखी मेरी शान प्रतियोगिता में विजयी हुए 10 बच्चों को पुरस्कार वितरित किए।
इस अवसर पर गुरुद्वारा प्रबंधक राजेंद्र सिंह, संरक्षक बलजीत सिंह, गुरु वेद सिंह खजांची, जगतार सिंह सेक्रेटरी, इंद्रजीत सिंह, गुरजीत सिंह, गुरमीत सिंह, जगविंदर सिंह, भाजपा प्रदेश महामंत्री राजेंद्र बिष्ट, और गोलापार भाजपा मंडल अध्यक्ष मुकेश बेलवाल समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
संस्कृति और शिक्षा का विकास
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे प्रयासों की सराहना की, जो हमारे गौरवशाली इतिहास को सहेजने और वीर बलिदानियों के सपनों का भारत बनाने के लिए समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें शिक्षा और संस्कारों के माध्यम से बच्चों में राष्ट्रप्रेम और नैतिक मूल्यों को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
वीर बाल दिवस के इस आयोजन ने गुरु गोबिंद सिंह और उनके साहिबजादों के अद्वितीय त्याग और बलिदान को याद करते हुए नई पीढ़ी को प्रेरित किया। यह दिवस हमें अपनी संस्कृति, धर्म और स्वाभिमान की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करने की प्रेरणा देता है।