उत्तराखण्ड
नौकरी का झांसा देकर ठग लिए 12 लाख, कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
नौकरी का झांसा देकर ठग लिए 12 लाख, कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
रामनगर। बेरोजगारी के नाम पर ठगों का धंधा एक बार फिर बेनकाब हुआ है। लखनऊ के चार लोगों ने एक युवक की सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर उसके चाचा से पूरे बारह लाख रुपये हड़प लिए। धोखाधड़ी का शिकार हुआ परिवार जब इंसाफ के लिए दर-दर भटका तो आखिरकार कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। अब अदालत के आदेश पर पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
खताड़ी निवासी नफीस अहमद पुत्र छिदा ने अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में वाद दायर कर बताया कि उनके भतीजे की सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर लखनऊ के गोमतीनगर निवासी/कर्मचारी शिखा वर्मा, रणवीर सिंह, अजीत प्रताप और विक्रांत ने उन्हें जाल में फंसा लिया। आरोप है कि इन चारों ने अलग-अलग किस्तों में उनसे 12 लाख रुपये वसूले, लेकिन नौकरी तो दूर कोई प्रक्रिया भी पूरी नहीं हुई। जब पीड़ित ने रकम वापस मांगी तो आरोपी टालमटोल करने लगे।
अंततः अदालत के आदेश पर पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और आरोपियों से पूछताछ के लिए नोटिस भेजे जाएंगे।
यह मामला एक बार फिर सवाल खड़ा करता है कि बेरोजगारी और सरकारी नौकरी की चाहत किस तरह लोगों को ठगों का शिकार बना रही है। लाखों रुपये गंवाने के बाद भी पीड़ित को नौकरी नहीं मिली, उल्टा इंसाफ पाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा।







