उत्तराखण्ड
गालीबाज मंत्री को बर्खास्त करने की मांग, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों का तहसील परिसर में जोरदार प्रदर्शन
गालीबाज मंत्री को बर्खास्त करने की मांग, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों का तहसील परिसर में जोरदार प्रदर्शन
रामनगर, 10 मार्च 2025। उत्तराखंड की अस्मिता और स्वाभिमान से खिलवाड़ करने वाले संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग को लेकर उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने आज तहसील परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजा गया, जिसमें मंत्री को तत्काल पद से हटाने की मांग की गई।
राज्य निर्माण आंदोलनकारी मंच के संयोजक चंद्रशेखर जोशी के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी तहसील परिसर में एकत्र हुए और धरना दिया।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर गालीबाजी का आरोप
धरना स्थल पर आंदोलनकारी प्रभात ध्यानी ने कहा कि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा सत्र के दौरान उत्तराखंड की जनता के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, जिससे उनका राज्य विरोधी चेहरा उजागर हुआ है।
अन्य आंदोलनकारियों पुष्कर दुर्गापाल, इंद्र सिंह मनराल, सुमित्रा बिष्ट और हाफिज सईद अहमद ने कहा कि जब गालीबाज मंत्री सदन में अमर्यादित और असंवैधानिक भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे, तब विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण खंडूरी ने उन्हें रोकने की बजाय संरक्षण प्रदान किया। आज तक मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे जनता में भारी रोष है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान पर भी नाराजगी
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शेर सिंह लटवाल, डॉ. निशांत पपनै, राजेंद्र खुल्बै और योगेश सती ने कहा कि जब जनता मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सड़कों पर उतर रही है, तब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने आंदोलनकारियों को ‘सड़क छाप’ कहकर उनका अपमान किया है। यह बयान उत्तराखंड के आंदोलनकारियों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है और इससे जनता में आक्रोश और बढ़ गया है।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में प्रमुख मांगें
आंदोलनकारियों ने ज्ञापन के माध्यम से तीन प्रमुख मांगें रखीं:
- मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त किया जाए, क्योंकि उन्होंने सदन में उत्तराखंड की जनता को गालियां दीं।
- विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण खंडूरी पर भी सख्त कार्रवाई हो, क्योंकि उन्होंने मंत्री को संरक्षण दिया और उनके खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया।
- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट पर भी कड़ी कार्रवाई हो, जिन्होंने आंदोलनकारियों को ‘सड़क छाप’ कहकर अपमानित किया।
प्रदर्शनकारियों में ये प्रमुख लोग रहे शामिल
प्रदर्शन में शामिल आंदोलनकारियों में चंद्रशेखर जोशी, प्रभात ध्यानी, पुष्कर दुर्गापाल, सुमित्रा बिष्ट, पीतांबरी रावत, डॉ. निशांत पपनै, शेर सिंह लटवाल, इंदर सिंह मनराल, योगेश सती, राजेंद्र खुल्बै, हाफिज सईद अहमद, रईस अहमद, नवाब अहमद, फजल खान, हरीश भट्ट, ललित उप्रेती, भारत नंदन भट्ट, एडवोकेट अरुण रौतेला, एडवोकेट विनोद अंजान सहित कई अन्य आंदोलनकारी शामिल रहे।
जनता में बढ़ रहा गुस्सा, आंदोलन हो सकता है तेज
उत्तराखंड में इस मुद्दे को लेकर जनता और आंदोलनकारी संगठनों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, विधानसभा अध्यक्ष और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।




