उत्तराखण्ड
अंधविश्वास निर्मूलन पर जोर, रामनगर में डॉक्टर दाभोलकर स्मृति दिवस पर विशेष आयोजन
रामनगर: डॉक्टर नरेंद्र दाभोलकर की स्मृति दिवस के अवसर पर रामनगर के इंटर कॉलेज गौजानी में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन रामनगर साइंस फार सोसाइटी यूनाइटेड द्वारा किया गया, जिसमें महाराष्ट्र के अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक सदस्य डॉक्टर नरेंद्र दाभोलकर को श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम के दौरान सोसाइटी के संयोजक मदन मेहता ने चमत्कारों के पीछे के विज्ञान को उजागर किया और अंधविश्वास के खतरों पर चर्चा की। श्री गिरीश आर्य ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान के अनुच्छेद 51(ए एच) के तहत सभी नागरिकों का यह कर्तव्य है कि वे वैज्ञानिक दृष्टिकोण, मानवता और ज्ञानार्जन की भावना को बढ़ावा दें।
कार्यक्रम का शुभारंभ अनूठे तरीके से किया गया, जिसमें दीपक में कारपेट व पानी डालकर दीप प्रज्वलित किया गया। इस आयोजन में सैकड़ों बच्चों के साथ-साथ शिक्षक एवं शिक्षिकाएं भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन पर इंटर कॉलेज गौजानी रामनगर के प्रधानाचार्य ने सभी उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर उषा पटवाल, ललिता रावत और राजेंद्र कुमार समेत अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
शाम 5 बजे व्यापार मंडल भवन में डॉक्टर दाभोलकर की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और उनके समाज सुधार के प्रयासों पर चर्चा की गई। हेम आर्य ने डॉक्टर दाभोलकर को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन को समाज से अंधविश्वास मिटाने के लिए समर्पित कर दिया था।