उत्तराखण्ड
पुलिस को बड़ी कामयाबी- इस तरह चौकी प्रभारी पर दबाव डाल रहा था फर्जी आईपीएस, गिरफ्तार
देहरादून। कपड़ा कारोबार को दून पुलिस को होशियारी दिखानी भारी पड़ गयी। आईपीएस अधिकारी बनकर उसने चौकी प्रभारी पर रेता-बजरी भेजने का दबाव बनाया था। शक होने पर पुलिस ने नंबर की आईडी खंगाली को राज खुल गया। इस पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस के अनुसार कुल्हाल चौकी प्रभारी प्रवीण सैनी के मोबाइल पर एक व्यक्ति ने मोबाइल फोन से कॉल किया। जिसने अपने आपको आईपीएस अधिकारी बताकर पांवटा साहिब हिमाचल की ओर से 5-6 डंपर प्रतिबंधित खनन सामग्री धुली बजरी भिजवाने को कहा। शक होने पर कोतवाल संजय कुमार के निर्देश पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के मोबाइल नंबर की आईडी चैक की तो आईडी किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर पाई गई। जिस पर उक्त व्यक्ति पर संदेह होने पर चौकी कुल्हाल पर संबंधित धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर पुलिस टीम गठित की गई। जिसके बाद पुलिस ने मोबाइल नंबर की लोकेशन के आधार पर देहरादून स्थित कैनाल रोड से फर्जी आईपीएस अधिकारी को गिरफ्तार किया।
पुलिस पूछताछ में आरोपित ने अपनी पहचान तारिक अनवर मूल निवासी ग्राम व थाना फेनारा, जिला ईस्ट चंपारण, बिहार हाल निवासी मकान नंबर 209/16 शाहीनबाग दिल्ली के रूप में बताई। पुलिस ने आरोपित के पास से कार, डीएल, दो मोबाइल फोन को अपने कब्जे में ले लिया। जिनमें से एक फोन के माध्यम से आरोपित ने स्वंय को आईपीएस अधिकारी बताकर कॉल किया गया था। आरोपित तारिक ने सख्ती से की गई पूछताछ में बताया कि वह दिल्ली में गारमेंट व हैंडीक्राफ्ट का व्यवसाय करता है। उसने देहरादून में कैनाल रोड स्थित चालांग में अपनी पत्नी के नाम पर 600 गज जमीन खरीदी है। उसे जमीन पर निर्माण कार्य के लिए हिमाचल से आने वाली धुली बजरी की जरूरत थी, परन्तु बार्डर पर पुलिस की बहुत ज्यादा सख्ती होने के कारण उसे कहीं से भी हिमाचल की ओर से आने वाली धुली बजरी नहीं मिल पा रही थी। जिस पर उसने पुलिस विभाग का बड़ा अधिकारी बनकर अपना काम निकाले जाने की योजना बनाई। स्वयं को आईपीएस अधिकारी बताकर 5-6 डंपर प्रतिबंधित खनन सामग्री धुली बजरी सस्ते दाम पर भिजवाने के लिए चौकी प्रभारी कुल्हाल को अपने मोबाइल नंबर से कॉल कर दबाव डाला। चौकी प्रभारी कुल्हाल के अनुसार आरोपित का अपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है।