उत्तराखण्ड
रामनगर :महिला सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल, गौरा देवी सिलाई प्रशिक्षण केंद्र में फेयरवेल कार्यक्रम आयोजित
ग्राम हिम्मतपुर डोडियाल में महिला सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल, गौरा देवी सिलाई प्रशिक्षण केंद्र में फेयरवेल कार्यक्रम आयोजित
रामनगर।
ग्राम हिम्मतपुर डोडियाल में महिला एकता मंच द्वारा संचालित गौरा देवी सिलाई प्रशिक्षण केंद्र ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और सराहनीय कदम बढ़ाया। केंद्र में 3 व 4 माह का सिलाई प्रशिक्षण पूर्ण कर चुकी प्रशिक्षु महिलाओं के लिए भव्य फेयरवेल कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें महिलाओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को कपड़े की कटाई, माप लेना, हाथ व मशीन से सिलाई, टेलरिंग व वस्त्र निर्माण जैसे कार्यों में दक्षता प्राप्त करने पर प्रमाण पत्र दिए गए। केंद्र की प्रशिक्षिका भावना नेगी को उनके उत्कृष्ट प्रशिक्षण कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मंच की संयोजक ललिता रावत ने कहा,
“गौरा देवी सिलाई केंद्र का उद्देश्य केवल सिलाई सिखाना नहीं है, बल्कि महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से सशक्त बनाना है। यह मंच उन महिलाओं के लिए खुला है जो आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाना चाहती हैं।”
उषा पटवाल ने अपने संबोधन में कहा,
“आधुनिक दौर में महिलाओं का आर्थिक रूप से सशक्त होना बेहद आवश्यक है। जब तक महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर नहीं होंगी, तब तक सामाजिक व राजनीतिक स्तर पर भी उनका सशक्तिकरण अधूरा रहेगा। ऐसे प्रशिक्षण केंद्र महिलाओं के जीवन में नया उजाला भर सकते हैं।”
कार्यक्रम में अनीता रावत, नीतू रावत, सलोनी रावत, कविता नेगी, ललिता पंत, कल्पना पंत, दिव्यांशी तड़ियाल, भगवती देवी, भावना देवी, दीपा बौड़ाई, निर्मला बिष्ट और प्रियंका रावत को प्रशिक्षण पूर्ण करने पर प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
इस आयोजन में स्थानीय समाजसेवियों और गणमान्य व्यक्तियों की भी भागीदारी रही। उपस्थितजनों में सरस्वती जोशी, कौशल्या चुनियाल, पारूल, नीरु रस्तोगी, आशा, तुलसी जोशी, माया नेगी, मुनीश कुमार, किसन शर्मा, गिरिश आर्य, जमन आर्य, बालादत्त नैनवाल और महेश जोशी शामिल रहे।
महिला एकता मंच द्वारा संचालित यह पहल न केवल महिलाओं को हुनरमंद बना रही है, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और स्वावलंबन की राह पर भी अग्रसर कर रही है। रामनगर क्षेत्र में इस तरह के प्रयास महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनकर उभर रहे हैं।







