उत्तराखण्ड
फ्लॉप हेल्थ मॉडल के मिनिस्टर का रामनगर में फूंक डाला पुतला !
“धन सिंह रावत का हेल्थ मॉडल: न दवाई, न डॉक्टर… सीधा ‘रेफर सेंटर’! रामनगर में जनता ने फूंका पुतला, चेतावनी – अब नहीं झेलेंगे PPP की बीमारी!”
रामनगर:
रामनगर में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की ‘स्वस्थ’ नीतियों के खिलाफ गुस्सा सड़कों पर फट पड़ा। PPP मोड में फंसे रामनगर संयुक्त चिकित्सालय को ‘नर्कनगर रेफर सेंटर’ में तब्दील कर देने के विरोध में पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने 24 घंटे का जल त्याग कर अनशन किया और फिर अपने समर्थकों के साथ मंत्री जी का पुतला जलाकर सीधे संदेश दे डाला — “हमें इलाज चाहिए, झूठा विकास नहीं!”
संजय नेगी ने तीखे लहजे में कहा, “ये अस्पताल अब इलाज नहीं करता, सिर्फ मरीजों को रेस्क्यू करता है — या तो हल्द्वानी रेफर, या फिर सीधे हरिद्वार घाट!”
उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल में न दवाइयां हैं, न डॉक्टर, और जो कर्मचारी तैनात हैं, वो मरीजों से ऐसा व्यवहार करते हैं जैसे मुफ्त की बला गले पड़ गई हो।
PPP मोड के नाम पर रामनगर के साथ किया जा रहा ये मज़ाक अब जनता के गले नहीं उतर रहा। नेगी ने चेतावनी दी कि अगर अस्पताल को जल्द ही पीपीपी से बाहर नहीं निकाला गया, तो आंदोलन राज्यव्यापी बनेगा और मंत्री को हर मोर्चे पर जनता का सामना करना होगा।
गंभीर सवाल ये है —
क्या स्वास्थ्य मंत्री केवल नाम के डॉक्टर हैं? क्योंकि उनका ‘इलाज’ तो अब रामनगर को बीमार ही कर रहा है।
पुतला दहन कार्यक्रम में कांग्रेस नेता पुष्कर दुर्गापाल, ताइफ खान, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष असद अली, सुमित लोहनी, विनोद वर्मा, सभासद तनुज दुर्गापाल, सचिन कुमार, पूर्व ग्राम प्रधान राहुल डंगवाल, अमित कुमार समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
अब जनता पूछ रही है —
“मंत्री जी, ये कैसा हेल्थ मॉडल है जिसमें जनता तड़प रही है और आप टीवी पर ताजपोशी कर रहे हैं?”




