उत्तराखण्ड
रामनगर में दो महिलाओं से बरामद हुआ गांजा – नशे के धंधे में महिलाओं की बढ़ती संलिप्तता चौंकाने वाली
रामनगर में दो महिलाओं से बरामद हुआ भारी गांजा – नशे के धंधे में महिलाओं की बढ़ती संलिप्तता चौंकाने वाली
रामनगर। देवभूमि कहलाने वाला उत्तराखंड लगातार नशे के जाल में फंसता जा रहा है। अब स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि महिलाएं भी सीधे-सीधे इस गंदे धंधे में कूद पड़ी हैं। रामनगर पुलिस ने मोहान रोड पर चेकिंग के दौरान दो महिलाओं को करीब 16 किलो गांजे के साथ गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार महिलाओं की पहचान परमजीत कौर (40 वर्ष) निवासी गड्डा कॉलोनी काशीपुर और मूल रूप से रामपुर, तथा बबीता शर्मा (37 वर्ष) निवासी मधुवन नगर काशीपुर के रूप में हुई है। दोनों महिलाओं के कब्जे से क्रमशः 7.938 किलो और 7.674 किलो गांजा बरामद हुआ है।
एफआईआर संख्या 328/25, धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज कर लिया गया है।
क्यों चिंता की बात है?
देवभूमि में नशे का फैलना नई बात नहीं, लेकिन अब महिलाओं का तस्करी में उतरना समाज के लिए गहरी चेतावनी है। जो महिलाएं परिवार और समाज को संवारने का प्रतीक मानी जाती हैं, वे आज नशे के कारोबार का हिस्सा बन रही हैं। यह साफ संकेत है कि नशे का धंधा अब घर-घर तक अपनी जड़ें जमा चुका है।
बड़ा सवाल
- क्या उत्तराखंड नशे का अड्डा बनता जा रहा है?
- महिलाओं तक पहुंच चुके इस कारोबार को रोकने की कोई ठोस योजना है?
- या फिर यह गंदा खेल यूं ही चलता रहेगा और अगली पीढ़ी इसकी गिरफ्त में आ जाएगी?
रामनगर में हुई यह गिरफ्तारी सिर्फ दो महिलाओं की कहानी नहीं है, बल्कि उस बढ़ते नशे के नेटवर्क की झलक है, जो देवभूमि की जड़ों को खोखला कर रहा है।







