उत्तराखण्ड
उत्तराखंड में पेपर लीक विवाद पर युवाओं का प्रदर्शन, सरकार ने बनाई SIT
देहरादून।
उत्तराखंड में हाल ही में हुए स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले ने प्रदेशभर में युवाओं का गुस्सा भड़का दिया है। जगह-जगह छात्र और युवा संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं सरकार ने इस पूरे प्रकरण में खुद को बचाव की मुद्रा में पाते हुए सख्त कार्रवाई और पारदर्शी जांच का भरोसा दिलाया है।
21 सितंबर को आयोजित परीक्षा के प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर लीक होने के आरोप सामने आए थे। इस मामले में थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज किया गया है। सरकार ने तुरंत कदम उठाते हुए पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश के नेतृत्व में SIT का गठन किया है। इस SIT की निगरानी माननीय उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश करेंगे और इसका कार्यक्षेत्र पूरे प्रदेश में रहेगा।
सरकार का कहना है कि जांच पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष होगी। SIT को शिकायतें, तथ्य और साक्ष्य जुटाने का जिम्मा सौंपा गया है। इसके लिए हेल्पलाइन भी जारी की गई है—
📧 ईमेल: [email protected]
📱 मोबाइल/व्हाट्सएप: 9027083022
इस बीच, छात्र संगठनों का कहना है कि पेपर लीक जैसी घटनाएं बेरोजगार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ हैं और इसके जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। विपक्ष भी सरकार पर आरोप लगा रहा है कि भर्ती प्रक्रिया लगातार विवादों में घिरी है और इससे युवाओं का विश्वास टूट रहा है।
क







