उत्तराखण्ड
पहचान का मुखौटा, इश्क़ का जाल – देवभूमि में ‘लव नटवरलाल’ गिरफ्तार
पहचान का मुखौटा, इश्क़ का जाल – देवभूमि में ‘लव नटवरलाल’ गिरफ्तार
देहरादून – देवभूमि के मासूमियत भरे पहाड़ों में अब फरेब का कारोबार भी ‘हाई-प्रोफाइल’ हो चला है। ऑपरेशन कालनेमी के तहत पुलिस ने एक ऐसे रंगीले ठग को दबोचा है, जो पहचान बदल-बदलकर लड़कियों के दिल—और फिर उनका भरोसा—लूट रहा था। खुद को अमीर खानदान का ‘राजकुमार’ बताने वाला यह शख्स असल में था इफराज अहमद लोलू (उम्र 23) निवासी अनंतनाग, जम्मू, जो फिलहाल सेलाकुई में डीबीएस कॉलेज के पास किराए के मकान में ‘दिलफेंक मिशन’ चला रहा था।
सूत्रों के मुताबिक, साहब के पास इतना हुनर था कि कभी हैंडसम बिजनेसमैन, तो कभी ‘शरीफ लड़का’ बनकर सोशल सर्कल में उतरते थे। मकसद साफ—युवतियों को भावनाओं के जाल में फंसाकर निजी फायदा उठाना।
पुलिस की पूछताछ में ‘लव नटवरलाल’ ने कुबूल किया कि कई लड़कियां उसकी मीठी-मीठी बातों और रईसी के नकली ठाठ में फंस चुकी हैं। दिलचस्प यह कि जिस मकान में वह रह रहा था, वहां के मालिक ने भी किरायेदार का सत्यापन नहीं कराया—अब उन्हें भी पुलिस ने चालान थमा दिया है।
देवभूमि में अब ठग भी मॉडर्न मार्केटिंग समझते हैं; फर्जी पहचान के साथ ‘अमीर होने का पैकेज’ और ऊपर से मुफ्त का प्यार। चेतावनी साफ है—रुपए में नकली नोट और रिश्तों में नकली लोग, दोनों पहचानना सीखिए, वरना अगला शिकार आप भी हो सकते हैं।







