उत्तराखण्ड
आईजी कुमाऊं रिधिम अग्रवाल का ऊधमसिंहनगर दौरा: नशे, महिला अपराधों और लंबित विवेचनाओं पर दिए सख्त निर्देश
आईजी कुमाऊं रिधिम अग्रवाल का ऊधमसिंहनगर दौरा: नशे, महिला अपराधों और लंबित विवेचनाओं पर दिए सख्त निर्देश
ऊधमसिंहनगर:
पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार ऊधमसिंहनगर पहुंचीं कुमाऊं परिक्षेत्र की पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) रिधिम अग्रवाल ने आज वरिष्ठ पुलिस कार्यालय में जनपद के अधिकारियों के साथ एक अहम गोष्ठी की। इस दौरान उन्होंने ड्रग्स, महिला अपराधों, लंबित विवेचनाओं सहित कई मुद्दों पर गंभीरता से समीक्षा करते हुए सख्त निर्देश जारी किए।
ड्रग्स फ्री देवभूमि पर विशेष जोर
आईजी रिधिम अग्रवाल ने मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुरूप ‘ड्रग्स फ्री देवभूमि’ अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि नशे के विरुद्ध चल रही कार्रवाई में तेजी लाई जाए। उन्होंने नशा कारोबार में लिप्त बड़े सरगनाओं की पहचान कर उनकी संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
उन्होंने स्कूलों और कॉलेजों में बनी एंटी ड्रग्स कमेटियों को अधिक प्रभावी बनाने पर बल दिया। युवाओं की काउंसलिंग के माध्यम से उन्हें नशे के प्रभाव से बचाने, और परिजनों को भी बच्चों की गतिविधियों पर सजग निगरानी रखने की अपील की गई। पीजी और कॉलेजों के छात्रों से भी नशे में लिप्त दोस्तों की सूचना स्कूल प्रबंधन या परिजनों को देने को कहा गया।
पिट एनडीपीएस एक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर
आईजी ने कहा कि पिट एनडीपीएस एक्ट एक प्रभावशाली कानून है, लेकिन इसका समुचित अनुपालन नहीं हो रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे लोगों की पहचान की जाए जो नशे के धंधे में सक्रिय रूप से जुड़े हैं या अप्रत्यक्ष रूप से सहायता करते हैं। ऐसे व्यक्तियों पर प्रिवेंटिव डिटेंशन की कार्रवाई की जाए और प्रत्येक थाना क्षेत्र में स्थानीय सूचना इकाइयों को सक्रिय किया जाए।
महिला अपराधों को लेकर सख्त रुख
महिला अपराधों के प्रति बेहद गंभीरता दिखाते हुए आईजी ने कहा कि बलात्कार और पॉक्सो पीड़ित महिलाओं की नियमित काउंसलिंग सुनिश्चित की जाए। इसके लिए बाल कल्याण और स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से विशेषज्ञों द्वारा काउंसलिंग कराई जाए, जिससे पीड़ितों में आत्महत्या जैसी प्रवृत्तियों को रोका जा सके।
लंबित विवेचनाओं पर नाराजगी, दिए स्पष्ट निर्देश
गोष्ठी के दौरान लंबित विवेचनाओं की समीक्षा करते हुए आईजी ने नाराजगी जताई। उन्होंने सभी क्षेत्राधिकारियों को निर्देश दिए कि विवेचकों से समय-समय पर ओआर (ऑर्डर ऑफ रूटीन) लेकर जांचों की गुणवत्ता परखें और निष्पक्ष व समयबद्ध विवेचना सुनिश्चित करें, ताकि पीड़ितों को समय पर न्याय मिल सके।
बाबा तरसेम हत्याकांड पर विशेष निर्देश
बाबा तरसेम हत्याकांड में पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए आईजी रिधिम अग्रवाल ने कहा कि जो अन्य आरोपी अब भी फरार हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए एसओजी और एसटीएफ के साथ समन्वय बनाकर शीघ्र कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
इस महत्वपूर्ण गोष्ठी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधमसिंहनगर श्री मणिकान्त मिश्रा, एसपी क्राइम निहारिका तोमर, एसपी सिटी श्री उत्तम सिंह नेगी, एसपी काशीपुर श्री अभय सिंह, प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी सुश्री निशा यादव और समस्त क्षेत्राधिकारी उपस्थित रहे।
यह दौरा आईजी कुमाऊं के प्रशासनिक दृष्टिकोण और जनपद की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है।




