उत्तराखण्ड
रामनगर:रणजीत रावत ने तोड़े बिजली मीटर, करंट भाजपाइयों को लगा !
स्मार्ट मीटरों से खफा हुए रणजीत रावत, अब बीजेपी को उनके विरोध से है विरोध
रामनगर में इन दिनों बिजली के मीटर से ज्यादा ज़ोर से कुछ जल रहा है, तो वो है सियासी तंदूर! बीते गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने स्मार्ट मीटरों को इतना अस्मार्ट बताया कि खुद ही उन्हें तोड़ डाला। आरोप लगाया कि डबल इंजन वाली सरकार ने जनता को लूटने के लिए “स्मार्ट लूट योजना” शुरू कर दी है, जिसमें मीटर तेज़ी से नहीं, बेतहाशा भागते हैं — जैसे मानो रेस जीतनी हो।
रणजीत रावत का गुस्सा बिजली पर फूटा, लेकिन करंट सीधा बीजेपी वालों को लग गया। अब बीजेपी नेता भी कम नहीं — वो कह रहे हैं कि जिस तरह से मीटर तोड़े गए, उससे लोकतंत्र के तार कटे हैं। इसलिए अब वो कल बिजली विभाग के बाहर जाकर “विरोध का विरोध” करेंगे। यानी अब रामनगर में विरोध का भी विरोध होगा — ये विरोध भी एक नई सरकारी योजना लग रही है!
हालत ये हो गई है कि जनता सोच रही है कि बिजली आए या न आए, मगर राजनीति का ओवरलोड पक्का है। एक तरफ रणजीत रावत मीटर तोड़ रहे हैं, दूसरी तरफ बीजेपी नेता मीटर विरोधियों को तोड़ने के मूड में हैं। जनता उलझन में है — मीटर लगाए या नेताओं को अनफॉलो करे?
सूत्रों की मानें, तो अगला स्टेप शायद “विरोध के समर्थन” का विरोध हो सकता है। और अगर यही रफ्तार रही, तो जल्द ही “चुप रहने वालों के खिलाफ प्रदर्शन” का भी आयोजन तय है।
रामनगर वालों से अब बस एक ही विनती है — भाई, मीटर का बिल बाद में भर लेना, पहले तो बताओ कि इन विरोधों का रीडिंग कौन लेगा?




