उत्तराखण्ड
रामनगर:जंगल में बाघ के हमले में युवक की मौत, ग्रामीणों में डर और गुस्सा
रामनगर के पीरूमदारा क्षेत्र में एक दुखद घटना हुई। सोमवार सुबह करीब 9 बजे सक्कनपुर गांव के 35 वर्षीय विनोद कुमार की जंगल में बाघ के हमले में मौत हो गई। विनोद अपने गांव के कुछ लोगों के साथ शादी के लिए लकड़ी लेने जंगल गया था। कामदेवपुर के पास अचानक बाघ ने उस पर हमला कर दिया और उसे घसीटकर जंगल के और अंदर ले गया। साथियों ने शोर मचाया, तो बाघ भाग गया, लेकिन तब तक विनोद की जान जा चुकी थी। उसका शव खून से लथपथ मिला।
इस घटना से गांव में डर का माहौल है। ग्रामीण गुस्से में हैं और वन विभाग से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर, वन विभाग का कहना है कि जंगल में बाघ का होना स्वाभाविक है, लेकिन इंसानों के बार-बार जंगल में जाने से ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। विभाग ने लोगों से जंगल में सावधानी बरतने और अकेले न जाने की सलाह दी है। साथ ही, मृतक के परिवार को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है।
क्या है मानव-वन्यजीव संघर्ष?
जब इंसान और जंगली जानवर एक-दूसरे के क्षेत्र में दखल देते हैं, तो टकराव होता है। ग्रामीण अक्सर लकड़ी, चारा या खेती के लिए जंगल जाते हैं.
समाधान की जरूरत
– जागरूकता: ग्रामीणों को जंगल में सावधानी बरतने की जानकारी दी जाए।
– सुरक्षा उपाय: वन विभाग जंगल के किनारे निगरानी बढ़ाए।
– वैकल्पिक संसाधन: ग्रामीणों को लकड़ी और चारे के लिए दूसरे साधन मुहैया कराए जाएं।
– मुआवजा और सहायता: पीड़ित परिवार को तुरंत मदद मिले।
यह घटना दुखद है, लेकिन इंसान और वन्यजीवों के बीच संतुलन बनाना जरूरी हैँ.







