उत्तराखण्ड
दून में ‘जमीन के लुटेरे’ बेनकाब – बुजुर्ग महिला की जमीन हड़पने वाले दो गैंगस्टर गिरफ्तार, करोड़ों की ठगी का काला खेल उजागर
दून में ‘जमीन के लुटेरे’ बेनकाब – बुजुर्ग महिला की जमीन हड़पने वाले दो गैंगस्टर गिरफ्तार, करोड़ों की ठगी का काला खेल उजागर
देहरादून – राजधानी में भूमाफिया का एक और घिनौना चेहरा सामने आया है। दो कुख्यात गैंगस्टर – राजेश अग्रवाल और विजय कुमार – को दून पुलिस ने दबोच लिया है, जिन्होंने फर्जीवाड़े की सारी हदें पार करते हुए एक वृद्ध महिला की जमीन पर नकली पावर ऑफ अटॉर्नी बनाकर 1 करोड़ 65 लाख रुपये का सौदा कर डाला।
ये गिरोह सिर्फ एक बार नहीं, बल्कि छह-छह फर्जी रजिस्ट्रियां कर चुका था। इनका तरीका साफ था – असली मालिक को किनारे कर नकली कागज तैयार करो, और फिर बेखबर खरीदार को जाल में फंसा कर जमीन बेच दो। इस बार शिकार बना बुजुर्ग महिला की जमीन खरीदने वाला शख्स, जो दाखिल-खारिज कराने गया तो असली कहानी सामने आ गई।
गिरफ्तार दोनों आरोपी पहले से ही जमीन धोखाधड़ी के पुराने खिलाड़ी हैं। इनके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और ये जेल की हवा भी खा चुके हैं। दोनों पर पहले से गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो चुकी है, और अब फिर से इनके काले धंधे की पोल खुलने पर पुलिस ने अवैध संपत्ति जब्त करने की तैयारी शुरू कर दी है।
कौन हैं ये ‘जमीन के बाज़ीगर’?
- राजेश अग्रवाल (53) – देहरादून के डालनवाला निवासी, जमीन फर्जीवाड़े में कई बार नाम आने वाला पुराना खिलाड़ी।
- विजय कुमार (40) – मूल रूप से मेरठ का, फिलहाल रायपुर में डेरा डाले बैठा। इसके खिलाफ जमीन ठगी के सबसे ज्यादा केस दर्ज हैं।
काला कारनामा
- फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी तैयार की
- छह अलग-अलग रजिस्ट्रियां कीं
- 1.65 करोड़ रुपये हड़प लिए
- बुजुर्ग महिला को उसकी जमीन से बेदखल करने की कोशिश
- पुराने मामलों में भी कई बार पकड़े गए, मगर फिर लौट आए उसी धंधे में
देहरादून में जमीनों की बढ़ती कीमत और रियल एस्टेट के नाम पर चल रहे इस ठगी के कारोबार ने साफ कर दिया है कि भूमाफिया किस तरह बुजुर्गों, भोले खरीदारों और कानून की खामियों का फायदा उठा रहे हैं। सवाल ये है कि जब इनके खिलाफ इतने मुकदमे दर्ज हैं, तो ये बार-बार जमानत पाकर बाहर आकर फिर से वही खेल कैसे शुरू कर देते हैं?
यह मामला सिर्फ एक जमीन की ठगी नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम के मुंह पर तमाचा है – जहां कानून का डर इन ‘जमीन के गिद्धों’ पर बेअसर साबित हो रहा है।







