उत्तराखण्ड
विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन गिरफ्तार: राजनीति बनी गुंडागर्दी का अखाड़ा
विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन गिरफ्तार: राजनीति बनी गुंडागर्दी का अखाड़ा
हरिद्वार की राजनीति में शर्मनाक मोड़, जब निर्दलीय विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच जारी सोशल मीडिया जंग सड़क पर उतर आई। दोनों नेताओं को उनके समर्थकों सहित हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी हरिद्वार परमेंद्र सिंह डोभाल ने इस मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और उनके समर्थकों ने उमेश कुमार के आवास पर फायरिंग की, जबकि इससे पहले उमेश कुमार ने चैंपियन के घर पर जाकर गाली-गलौज की थी।
फेसबुक से सड़क तक: लड़ाई का शर्मनाक स्तर
यह कोई पहली बार नहीं है जब दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ जहर उगला हो। फेसबुक लाइव पर गालियों और धमकियों के खेल के बाद, इस बार यह लड़ाई हरिद्वार की सड़कों पर आ गई। चैंपियन और उनके समर्थकों ने उमेश कुमार के ठिकाने के बाहर गोलियां चलाईं, जिससे प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए।
कानून की धज्जियां उड़ाने वाले नेता
दोनों नेताओं ने खुद को “शेर” और दूसरे को “गीदड़” साबित करने के चक्कर में कानून और नियमों को ठेंगा दिखा दिया। ये नेता, जिन्हें जनता का प्रतिनिधित्व करना चाहिए, अब गुंडागर्दी और दादागिरी का पर्याय बन चुके हैं। फेसबुक पर भौकाल दिखाने वाले ये दोनों नेता अब जनता की नजर में एक तमाशा बन गए हैं।
क्या यह राजनीति है या सस्ती लोकप्रियता की होड़?
एक तरफ उमेश कुमार चैंपियन के घर पर जाकर गाली-गलौज करते हैं, दूसरी तरफ चैंपियन और उनके समर्थक गोलियां चलाकर जवाब देते हैं। यह घटनाक्रम दर्शाता है कि उत्तराखंड की राजनीति किस हद तक गिर चुकी है। प्रदेश में अपने दबदबे और भौकाल दिखाने के चक्कर में ये नेता जनता के भरोसे को शर्मसार कर रहे हैं।
एसएसपी ने क्या कहा?
एसएसपी हरिद्वार ने स्पष्ट किया है कि दोनों नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “चाहे वह विधायक हो या पूर्व विधायक, कानून सबके लिए समान है। ऐसी घटनाएं किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।”
जनता की मांग: नेताओं की गुंडागर्दी पर लगाम
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि नेताओं की आपसी रंजिश और दादागिरी का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ता है। अब समय आ गया है कि जनता ऐसे नेताओं को सबक सिखाए, जो अपने स्वार्थ के लिए प्रदेश की शांति और कानून-व्यवस्था को तार-तार कर रहे हैं।