उत्तराखण्ड
मुखानी हत्याकांड: योगा सेंटर के अंदर अवैध रिश्तों की साजिश, ट्रेनर ज्योति मेर की गला दबाकर हत्या
मुखानी हत्याकांड: योगा सेंटर के अंदर अवैध रिश्तों की साजिश, ट्रेनर ज्योति मेर की गला दबाकर हत्या
हल्द्वानी। मुखानी क्षेत्र से सामने आया ज्योति मेर हत्याकांड पूरे शहर को झकझोर देने वाला है। योगा और फिटनेस जैसे सुरक्षित समझे जाने वाले ठिकाने के भीतर घटित यह वारदात कई गंभीर सवाल खड़े करती है।
मामला क्या है?
3 अगस्त को ज्योति की मां दीपा मेर ने थाना मुखानी में तहरीर देकर बताया कि उनकी बेटी ज्योति मेर, जोधपुर (राजस्थान) की रहने वाली थी और इस समय हल्द्वानी के छोटी मुखानी में किराए के कमरे में रहकर अजय योगा एंड फिटनेस सेंटर में ट्रेनर की नौकरी करती थी।
मां ने साफ तौर पर सेंटर के मालिक अजय यदुवंशी और उसके भाई अभय यदुवंशी उर्फ राजा पर हत्या का आरोप लगाया।
अवैध संबंध बने वजह
पूछताछ में सामने आया कि ज्योति मेर और अजय यदुवंशी के बीच अवैध संबंध थे। इसी कारण अजय ने अपने छोटे भाई अभय को आर्थिक मदद और घर से निकाल दिया। यह नाराजगी आखिरकार खूनी अंजाम तक पहुंच गई।
3 अगस्त को अभय ज्योति के कमरे में पहुंचा और दुपट्टे से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद वह नेपाल भाग निकला।
गिरफ्तारी और बरामदगी
लगातार दबाव के बीच 19 अगस्त को अभय को नगला तिराहे से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके कब्जे से वही दुपट्टा बरामद किया गया जिससे हत्या की गई थी।
उठते सवाल
इस हत्याकांड ने महिला सुरक्षा और कार्यस्थलों के माहौल पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं—
- योगा और फिटनेस सेंटर जैसे जगहों पर भी महिलाएं असुरक्षित क्यों हैं?
- किराए के कमरों में अकेली रहकर नौकरी करने वाली महिलाओं की सुरक्षा का जिम्मा कौन लेगा?
- क्या ज्योति मेर को न्याय मिलेगा या वह भी सिर्फ एक आंकड़ा बनकर रह जाएगी?
मुखानी का यह हत्याकांड महज एक अपराध नहीं, बल्कि समाज के उस कुरूप चेहरे को उजागर करता है जहां महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा दोनों ही खतरे में हैं। ज्योति मेर की मौत सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि हालात बदलने की जरूरत अब टाली नहीं जा सकती।
✍️ एटम बम न्यूज़







