उत्तराखण्ड
अपराध का कोई धर्म नहीं, नफरत फैलाने वालों पर कार्रवाई की मांग
अपराध का कोई धर्म नहीं, नफरत फैलाने वालों पर कार्रवाई की मांग
रामनगर। शहर की गंगा-जमुनी तहजीब को बचाने और अमन-चैन कायम रखने के लिए कई मुस्लिम युवकों ने उपजिलाधिकारी और कोतवाल को ज्ञापन सौंपा। युवकों ने साफ कहा कि कुछ यूट्यूबर्स और स्थानीय नेता अपराध की घटनाओं को धर्म से जोड़कर नफरत का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
युवकों ने प्रशासन को चेताया कि अपराधी सिर्फ अपराधी होता है, उसका कोई धर्म नहीं होता। जो भी अपराध करेगा, उसे कानून के तहत सजा जरूर मिलनी चाहिए। लेकिन किसी एक समुदाय को टारगेट कर बयानबाजी करना न केवल गलत है, बल्कि यह शहर की शांति और सौहार्द के लिए खतरनाक भी है।
ज्ञापन में युवकों ने कहा कि जो लोग सोशल मीडिया या सार्वजनिक मंचों पर भड़काऊ भाषण देकर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, उन पर प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रामनगर हमेशा से भाईचारे और मेलजोल का शहर रहा है, ऐसे में नफरत की राजनीति यहां किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।







