Connect with us

उत्तराखण्ड

बाबा नीम करोली महाराज के कैंची धाम का 59वें स्थापना दिवस पर हुई पूजा अर्चना


नीम करौली बाबा के श्री कैंची धाम का प्रतिष्ठा दिवस
बाबा नीम करोली महाराज के कैंची धाम का 59वें स्थापना दिवस पर हुई पूजा अर्चना
विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम में भव्य मेले का आयोजन


देहरादून। भगवान हनुमान जी के परम उपासक, महान संत, विश्व प्रसिद्ध नीम करौली बाबा के परम पावन श्री कैंची धाम के 59वें स्थापना दिवस के अवसर पर श्रद्धालुओं ने विशेष पूजा अर्चना की। इस अवसर पर विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम में भव्य मेले का भी आयोजन किया गया।
आज देवभूमि उत्तराखंड की वादियों में स्थित महान संत, गुरु, दिव्यदर्शी नीम करोली बाबा जी के श्रद्धा एवं भक्ति के पावन स्थल “कैंची धाम” का प्रतिष्ठा दिवस अपार श्रद्धा भाव के साथ मनाया गया। इस पावन अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं ने नीम करौली बाबा के दर्शन कर आशीर्वाद ग्रहण किया। नीम करौली बाबा ने आध्यात्म के जरिए हजारों लोगों के जीवन में बदलाव लाया। श्री नीम करौली बाबा जी को हनुमान जी के अंश के रूप में माना जाता है l
नीम करौली बाबा जी की अनेक रोचक कथाये है और एक आस्था के प्रतिक है l
कैंची धाम उत्तराखंड के नैनीताल जिले में भवाली-अल्मोड़ा / रानीखेत राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे पर स्थित है। 24 मई 1962 को बाबा ने पावन चरण उस भूमि पर रखे, जहां वर्तमान में कैंची मंदिर स्थित है। 15 जून 1964 को मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति की प्रतिष्ठा की गई और तभी से 15 जून को प्रतिष्ठा दिवस के रूप में मनाया जाता है। मंदिर चारों ओर से ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों से घिरा हुआ है और मंदिर में हनुमान जी के अलावा भगवान राम एवं सीता माता तथा देवी दुर्गा जी के भी छोटे-छोटे मंदिर बने हुए हैं, किन्तु कैंची धाम मुख्य रूप से बाबा नीम करौली और हनुमान जी की महिमा के लिए प्रसिद्ध है। हनुमान जी के परम भक्त और उनके अवतार माने जाने वाले नीम करोली बाबा विश्व के प्रसिद्ध संतों में से एक है। मान्यता है कि नीम करोली बाबा को हनुमान जी की उपासना से अनेक चमत्कारिक सिद्धियां प्राप्त थीं। नीम करोली बाबा के कई ऐसे चमत्कार है जिन्हें सुनकर आज भी भक्त हैरान रह जाते हैं।

Continue Reading
You may also like...

More in उत्तराखण्ड

Trending News

संपादक –

नाम: खुशाल सिंह रावत
पता: भवानीगंज, रामनगर (नैनीताल)
दूरभाष: 9837111711
ईमेल: [email protected]

You cannot copy content of this page