उत्तराखण्ड
प्रधानाचार्य भर्ती में “टोकन मनी” का खेल! शिक्षक संघ ने की एसआईटी जांच की मांग
रामनगर। उत्तराखंड में चल रही प्रधानाचार्य सीधी भर्ती प्रक्रिया अब विवादों में घिर गई है। सोशल मीडिया पर भर्ती को लेकर “टोकन मनी” देने–दिलवाने का मामला चर्चा में आने के बाद राजकीय शिक्षक संघ ने इस पूरे प्रकरण की एसआईटी जांच की मांग उठाई है।
रविवार को राजकीय इंटर कॉलेज में हुई संगठन की बैठक में प्रांतीय नेता नवेंदु मठपाल ने सरकार को घेरते हुए कहा कि—
“यदि भर्ती का विज्ञापन निकलते ही शिक्षक टोकन मनी देने के लिए तैयार मिल रहे हैं, तो साफ है कि भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी की बू आ रही है। सरकार को तत्काल एसआईटी जांच कर सच्चाई सामने लानी चाहिए।”
उन्होंने साफ कहा कि जब तक भर्ती प्रक्रिया को रद्द नहीं किया जाता, शिक्षकों की पदोन्नति, स्थानांतरण और वेतन विसंगतियों पर कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। मठपाल ने यह भी कहा कि रविवार को हुई यूकेएसएससी परीक्षा में राजकीय शिक्षकों ने ड्यूटी करने से इंकार कर संगठन की एकजुटता साबित कर दी है।
बैठक में डॉ. नंदन बिष्ट, सी.पी. खाती, रमेश बिष्ट, खीम सिंह रजवार, जीवन बिष्ट, नीरज जोशी, शिवसिंह रावत, मनोज जोशी, बालकृष्ण चंद, देवेंद्र भाकुनी, महेंद्र आर्य, दिनेश निखुरापा, सुभाष गोला, दिनेश रावत और जीतपाल कठेत समेत कई शिक्षक मौजूद रहे।







