उत्तराखण्ड
बीच सडक पर गुंडई दिखाकर फायरिंग करने वाले आरोपी गिरफ्तार।
बीच सडक पर गुंडई दिखाकर फायरिंग करने वाले आरोपी गिरफ्तार।
देहरादून। एसएसपी देहरादून के अल्टीमेटम का असर दिखाई दिया। ऋषिकेश क्षेत्र में बीच सडक पर गुंडई दिखाकर फायरिंग करते हुए जानलेवा हमला कर फरार हुए 04 अभियुक्तों को दून पुलिस ने 12 घंटे के अन्दर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से 01 देसी पिस्टल मय 03 जिंदा कारतूस तथा लड़ाई झगड़े में प्रयुक्त 02 हॉकी स्टिक, 01 स्टम्प व कार बरामद की हैं। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह का कहना हैं की सरेआम गुंडई कर लोगों में भय व्याप्त करने वाले अपराधियो को दून पुलिस कडा सबक सिखायेगी, अपराधी जायेंगे सलाखों के पीछे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गत दिवस कोतवाली ऋषिकेश में दीपक जायसवाल पुत्र विजय जायसवाल निवासी चंद्रेश्वर नगर गली नंबर 18, वार्ड नंबर 2, ऋषिकेश के द्वारा एक लिखित तहरीर दी गई वह रात्रि में मण्डी से सब्जी खरीदकर अपने घर की ओर जा रहे थे, तभी चन्द्रभागा पुल के पास खडी एक कार की पिछली सीट पर बैठे एक व्यक्ति द्वारा शीशा खोलकर बाहर की ओर बिना देखे ही थूक दिया जो उनके ऊपर गिरा, उक्त व्यक्ति को टोकने पर उसके द्वारा उनके साथ गाली-गलौच की गई तथा गाडी मे बैठे अन्य लोगों द्वारा हॉकी, लोहे की रॉड तथा बन्दूक से उसके ऊपर हमला कर दिया तथा जान से मारने की नियत से उसके ऊपर पिस्टल से फायर करते हुए मौके से भाग गए। दीपक जायसवाल द्वारा दी गयी लिखित तहरीर के आधार पर तत्काल कार्रवाई करते हुए कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा अपराध संख्या 535/23 धारा 307, 504 आईपीसी अभियोग पंजीकृत किया गया। घटना की गंभीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह द्वारा प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश को तत्काल घटना के अनावरण तथा अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु कडे निर्देश दिये गये। जिस पर तत्काल ऋषिकेश क्षेत्र अंतर्गत शहर में आने जाने वाले मार्गों पर गाड़ी के नंबर को फ्लैश करते हुए चेकिंग अभियान चलाया गया तथा अभियुक्तो की गिरफ्तारी एवं वाहन बरामद की हेतु टीम गठित की गई। गठित टीम के द्वारा घटनास्थल के पास घटना के संबंध में जानकारी करते हुए, आसपास मौजूद लोगों से पूछताछ कर, सीसीटीवी कैमरे की सहायता से जानकारियां एकत्रित की गयी तो उक्त घटना में सफेद रंग की वाक्सवैगन पोलो कार रजिस्ट्रेशन नंबर एएस 01डीबी 1317 का होना प्रकाश में आया तथा उक्त कार के श्रीनगर गढवाल मार्ग की ओर जाने की जानकारी मिली। जिस पर तत्काल एक टीम को श्रीनगर गढ़वाल मार्ग पर रवाना करते हुए उक्त वाहन सवार चारों व्यक्तियों समरजीत तेवतिया पुत्र सुबोध कुमार तेवतिया निवासी शिवाजीनगर पिलखुवा ढोलना थाना पिलखुवा जिला हापुड़ उत्तर प्रदेश उम्र 21 वर्ष, हिमांशु पुत्र सतीश निवासी ग्राम तुमडैल गिरधरपुर थाना हापुड़ उत्तर प्रदेश उम्र 24 वर्ष, दिलीप भुरान पुत्र कालूराम भूरान निवासी ग्राम मुंडावर थाना नारायणपुर जिला अलवरराजस्थान उम्र 23 वर्ष तथा रियांश ढाका पुत्र भानु प्रताप ढाका निवासी कांता कथूरिया कॉलोनी थाना जय नारायण व्यास कॉलोनी जिला बीकानेर राजस्थान उम्र 23 वर्ष को तीन धारा टिहरी गढ़वाल के पास से गिरफ्तार किया गया। जिनके पास से झगडे में प्रयोग की गई 02 हॉकी स्टिक, 01 स्टम्प बरामद किया गया। अभियुक्तो से फायरिंग में प्रयुक्त पिस्टल के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर अभियुक्त समरजीत द्वारा बताया गया कि उसके पास देसी पिस्टल तथा कारतूस थे, जिससे उसके द्वारा फायरिंग की गई थी। घटना में फायरिंग करने के बाद उसने डर के कारण पिस्टल और कारतूस चंद्रभागा पुल से 200 मीटर आगे एक कूड़ेदान के पास फेंक दिया था, जिसके पश्चात अभियुक्त की निशानदेही पर उक्त देसी पिस्टल व 03 जिंदा कारतूस को चन्द्रभागा पुल के पास से बरामद किया गया। अभियुक्त समरजीत के विरुद्ध आर्म्स एक्ट के अंतर्गत अलग से अभियोग पंजीकृत किया गया है।
पूछताछ करने पर अभियुक्तो के द्वारा बताया गया कि वह सभी गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर में पढ़ते हैं आज वह सभी अपने घर से श्रीनगर कॉलेज जा रहे थे तो ऋषिकेश में कार से बाहर थूकने को लेकर उनका वहां के कुछ लोगों से झगड़ा हो गया तथा झगड़े के दौरान मारपीट भी हो गई थी तथा वहां काफी लोग एकत्र होने लगे थे समरजीत के पास एक देशी पिस्टल था जिससे समरजीत ने वहां पर फायर कर दिया था तथा उसके बाद वह लोग अपनी इस कार से वहा से भाग निकले।
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम मे नि. केआर पाण्डेय प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश, उप निरीक्षक मयंक त्यागी, हेड कांस्टेबल मनोज थपलियाल, कांस्टेबल सौरभ सिंह, कांस्टेबल विकास कुमार व एसओजी देहात टीम मे नि. मुकेश त्यागी प्रभारी निरीक्षक एसओजी देहात, उपनिरीक्षक दीपक धारीवाल, हेड कांस्टेबल कमल जोशी,कांस्टेबल वीरेंद्र गिरी, कांस्टेबल नवनीत कुमार शामिल थे।