उत्तराखण्ड
भाकपा माले का आरोप, आपदा से निपटने में सरकार ने पूरी तरह अयोग्यता और घोर लापरवाही का दिया परिचय
हल्द्वानी। भाकपा माले की कमेटी की बैठक ऐक्टू ट्रेड यूनियन कार्यालय दमुआढुंगा में हुई। बैठक को संबोधित करते हुए ऐक्टू प्रदेश महामंत्री के के बोरा ने कहा कि पूरे देश में सरकार की विफलता को छुपाने के लिए संघ-भाजपा साम्प्रदायिक तनाव फैलाकर आपसी सद्भाव बिगाड़ने का सुनियोजित ढंग से कार्य कर रहे हैं। उत्तराखंड में भी पुरोला से लेकर कमलुआगांजा से होते हुए यह आग बिंदुखत्ता और सुदूर पहाड़ों तक पहुंचाई जा रही है। जो समाज के लिए बहुत खतरनाक है।
उन्होंने कहा कि राज्य में भयंकर आपदा के लिए सरकार की अनियोजित विकास की नीति सीधे तौर पर जिम्मेदार है। और इस सरकार ने आपदा से निपटने पूरी तरह अयोग्यता और घोर लापरवाही का परिचय दिया है। अब आपदा से पीड़ित गरीब जनता पर अतिक्रमण हटाओ का बुलडोजर चलाया जा रहा है। जिससे छोटा कारोबार तबाह हो रहा है। माले नैनीताल जिला सचिव डॉ कैलाश पाण्डेय ने कहा कि उत्तराखंड में तीन कम्युनिस्ट पार्टियां भाकपा, माकपा, भाकपा माले ने संयुक्त रूप से भाजपा सरकार की साम्प्रदायिक एवं जनविरोधी नीतियों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने का फैसला लिया है। जिसके तहत राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत प्रदर्शन ,धरने तथा सांप्रदायिक उन्माद के खिलाफ संविधान और लोकतंत्र के लिए जन अभियान चलाया जाएगा।
इसकी शुरुआत बुद्धपार्क हल्द्वानी में 17 सितम्बर को जन सम्मेलन से होगी। इसके बाद राज्य के सभी प्रमुख केंद्रों में ऐसे जन सम्मेलन आयोजित किए जायेंगे। जिसका समापन देहरादून में महासम्मेलन से होगा। राज्य के विभिन्न केंद्रों में होने वाले इन जन सम्मेलनों में सीपीआई, सीपीएम, सीपीआई एमएल तीनों पार्टियों के राज्य सचिव मौजूद रहेंगे। मीटिंग में जन सम्मेलन की तैयारियों के लिए सघन अभियान संचालित करने का फैसला लिया गया। बैठक में ऐक्टू प्रदेश महामंत्री के के बोरा, माले जिला सचिव डॉ कैलाश पाण्डेय, जोगेंदर लाल, दीपक कांडपाल, धन सिंह गड़िया, मनोज आर्य, मुकेश जोशी, नवजोत सिंह परिहार, विवेक ठाकुर, चन्द्र सिंह, प्रकाश सिंह आदि शामिल रहे।