उत्तराखण्ड
रामनगर संयुक्त चिकित्सालय के खराब मैनेजमेंट पर भड़के लैंसडाउन के विधायक, स्वास्थ्य मंत्री से कहा तुरंत हटाओ इसे पीपीपी मोड से
रामनगर (नैनीताल) लैंसडाउन के भाजपा विधायक महंत दिलीप रावत ने पीपीपी मोड पर चल रहे रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय को लेकर अपनी ही सरकार से नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से इस चिकित्सालय को तुरंत पीपीपी मोड से हटाने की मांग की है. प्राइवेट कंपनी के हाथों संचालित हो रहे इस सरकारी अस्पताल में आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के नाम पर सिर्फ छलावा ही हो रहा है. अस्पताल महज एक रेफर सेंटर बनकर रह गया है.
आपको बता दे कि बीती रात सल्ट क्षेत्र में एक कार दुर्घटना में घायल तीन लोगों को इलाज के लिए रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय में लाया गया था. सभी घायल लैंसडाउन विधानसभा क्षेत्र के निवासी थे. रामनगर चिकित्सालय में उनको बेहतर इलाज मिले इसके लिए खुद लैंसडाउन क्षेत्र से विधायक महंत दिलीप रावत भी रात ही रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे गए थे लेकिन उनको यहां भारी अवव्यवस्थाएं देखने को मिली. दुर्घटना में घायलों को समुचित उपचार नहीं मिल पाया. रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय से घायलों को काशीपुर के एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया.
लैंसडाउन के विधायक महंत दिलीप रावत रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय के खराब मैनेजमेंट पर काफी नाराज हुए. उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र के घायलों को इलाज के लिए काशीपुर ले जाना पड़ा.
विधायक महंत दिलीप सिंह रावत ने प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत को फोन करके रामनगर संयुक्त चिकित्सालय को लेकर अपनी कड़ी नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि रामनगर संयुक्त चिकित्सालय में सिर्फ रामनगर ही नहीं बल्कि उनकी लैंसडाउन विधानसभा क्षेत्र के धुमाकोट नैनीटांडा सहित कई ब्लॉकों के लोग इलाज कराने आते हैं लेकिन उन्हें यहां बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा. प्राइवेट कंपनी के हाथों सौंपे जाने के बावजूद भी रामनगर संयुक्त चिकित्सालय में मरीज को बेहतर इलाज नहीं मिल रहा उन्हें निजी अस्पतालों को रेफर किया जा रहा है.
विधायक ने स्वास्थ्य मंत्री से कहा कि जब मरीज को निजी अस्पतालों को ही जाना पड़ रहा है तो रामनगर के इस संयुक्त चिकित्सालय को पीपीपी मोड पर देने का फायदा ही क्या?इस अस्पताल को पीपीपी मोड पर देने से कोई फायदा नहीं मिल रहा है. रामनगर का यह संयुक्त चिकित्सालय सिर्फ रामनगर विधानसभा क्षेत्र ही नहीं बल्कि लैंसडाउन और सल्ट विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है. इस संयुक्त चिकित्सालय की बदहाली से तीन विधानसभा क्षेत्र के लोग प्रभावित हो रहे हैं.
विधायक महंत दिलीप सिंह रावत ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत से दो टूक कह दिया है कि आप इस मामले को गंभीरता से ले और इस को जल्द से जल्द पीपीपी मोड से हटाए. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से कहा कि रामनगर संयुक्त चिकित्सालय में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए, अनुभवी डॉक्टरों की यहां तैनाती होनी चाहिए.
बताया जा रहा है कि विधायक महंत दिलीप रावत की रामनगर संयुक्त चिकित्सालय को लेकर की गई तल्ख टिप्पणी के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने इस पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया है.