उत्तराखण्ड
महिला अधिकार कार्यकर्ता गीता आर्य को महिला एकता मंच ने दी नम आंखों से श्रद्धांजलि
रामनगर (नैनीताल) – मालधन चन्द्रनगर में आयोजित एक श्रद्धांजलि सभा में महिला एकता मंच ने सामाजिक व महिला अधिकार कार्यकर्ता गीता आर्य की असामयिक मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया। 47 वर्ष की आयु में गीता आर्य का निधन देश की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण हुआ, जिसे लेकर महिलाओं में गहरा आक्रोश था।
सभा में उपस्थित महिलाओं ने गीता आर्य के संघर्षों को याद करते हुए कहा कि वह युवा अवस्था से ही महिला अधिकारों और सामाजिक आंदोलनों में सक्रिय थीं। 2009 में महिला समाख्या कार्यक्रम से जुड़ने के बाद से ही उन्होंने महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई लड़ी। 2014-15 में इस कार्यक्रम के बंद होने के बाद, गीता महिला एकता मंच के साथ सक्रिय रूप से काम करती रहीं।
गीता आर्य मालधन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मानकों के अनुरूप चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और एंबुलेंस जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांगों को लेकर महिलाओं के आंदोलन की प्रमुख सदस्य थीं।
कार्यक्रम में सरस्वती जोशी ने कहा, “हम महिलाओं को बराबरी का हक दिलाने और समाज में व्याप्त अन्याय व उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष को आगे बढ़ाना ही गीता आर्य को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”
श्रद्धांजलि सभा में पुष्पा, विनीता, भगवती, सरस्वती जोशी, कौशल्या, विद्यावती, नीमा, शिल्पी, ममता, गंगा, तुलसी, किरन, पूजा, वैजन्ती, गुंजन, समाजवादी लोक मंच के मुनीष कुमार और एनआरएलएम व महिला मंगल दल से जुड़ी महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल थीं।