उत्तराखण्ड
रामनगर में ‘सियासी खिचड़ी’: उत्तराखंड की राजनीति में मची हलचल
उत्तराखंड की राजनीति में रविवार की शाम अचानक एक रहस्यमयी हलचल से हर तरफ चर्चा गर्म हो गई। राजधानी देहरादून से खबर आई कि नैनीताल जिले के रामनगर स्थित एक रसॉर्ट में सत्ता पक्ष के कुछ विधायक गुप्त बैठक कर रहे हैं। इस बैठक को सियासी उलटफेर की तैयारी से जोड़ा जा रहा है, जिसने सत्ता के गलियारों में सस्पेंस का माहौल पैदा कर दिया है।
सूत्रों की मानें तो इस बैठक में संभावित सियासी उठापटक को लेकर गंभीर चर्चाएं हुई हैं। राजधानी में कई मंत्रियों की अनुपस्थिति ने इस चर्चा को और बल दिया। गैरसैंण सत्र के दौरान विधानसभा में निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने 500 करोड़ रुपये में धामी सरकार को गिराने की साजिश का दावा किया था, हालांकि वे इस आरोप के समर्थन में कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर सके। अब, रविवार की शाम से ये अफवाहें फैलने लगीं कि रामनगर के एक रिसॉर्ट में ‘सियासी खिचड़ी’ पक रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, धामी सरकार के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, जो अपने परिवार के साथ ढिकुली स्थित टाइगर कैंप में दो दिन के लिए आए थे,इस रिसॉर्ट में वह आते रहते हैँ अपनी पत्नी भाई और बहिन के साथ आये सौरभ बहुगुणा की जासूसी की गई, बताया जा रहा हैँ कि सरकार के नेतृत्व से वह नाराज तो नहीं हैँ, ये जानने के लिए कि कहीं नेतृत्व परिवर्तन की चाह रखने वाले विधायकों के खेमे में वह भी शामिल तो नहीं हैं इसकी ख़ुफ़िया जांच कराई गई, बताया जा रहा हैं कि जासूसी कराए जाने से वह नाराज हो गए, इस पर उन्होंने एक पुलिस अधिकारी को भी कड़ी फटकार लगाई।
चर्चा थी कि तरंगी रिसॉर्ट में सियासी खिचड़ी पक रही हैं लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हुई. आखिर गुप्त बैठक कहाँ हुई, उसका असल मकसद क्या था और कौन-कौन से नेता इसमें शामिल थे,इसका कहीं कोई जवाब नहीं मिल पाया। लेकिन इस घटनाक्रम ने राज्य की राजनीति में नए सस्पेंस का आगाज कर दिया है। क्या वाकई में कोई सियासी साजिश रची जा रही है या ये सिर्फ अफवाहें हैं? आने वाले दिनों में इसका खुलासा हो सकता है। फिलहाल, उत्तराखंड की राजनीति में ये चर्चा हर तरफ सुर्खियों में है।