उत्तराखण्ड
रामनगर में प्रभात फेरी निकाल कर अमर शहीदों को याद किया गया।
रामनगर में आज 23 मार्च भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरु के शहीदी दिवस पर प्रभात फेरी निकाल कर अमर शहीदों को याद किया गया।
क्रांतिकारी गीत – “मेरा रंग दे बसंती चोला” के साथ सुबह साढे 5 बजे लखनपुर चुंगी से प्रभात फेरी शुरु और रोडवेज व बाजार होते हुये शहीद भगतसिंह चौक ( भवानी गंज ) पहुंची। इस दौरान “अमर शहीदों का पैगाम; जारी रखना है संग्राम”, “जाति धर्म में नहीं बटेंगे; मिलजुल कर संघर्ष करेंगे” जैसे नारे लगाये गये।
शहीद भगतसिंह चौक पर पहुंच कर प्रभात फेरी एक सभा में तब्दील हो गई, जिसमें वक्ताओं ने कहा कि आज हमारे देश में बेरोजगारी भयावह हो चुकी है। देश की दो तिहाई आबादी अर्थात 80 करोड़ लोग सरकारी राशन पर जिंदा हैं मतलब भुखमरी की रेखा के नीचे बस किसी तरह जी रहे हैं। जबकि अडानी अम्बानी सरीखे इजारेदार पूंजीपतियों की दौलत में दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि हो रही है। देश में राजकीय संस्थाओं को नष्ट किया जा रहा है और हिंदू राष्ट्र कायम करने के नाम पर असल में देश अडानी-अम्बानी सरीखे इजारेदार पूंजीपतियों की आतंकी तानाशाही अर्थात फ़ासीवाद की ओर बढ़ रहा है।
वक्ताओं ने कहा कि आज देश के ऐसे हालात इसीलिये हैं कि भगतसिंह जैसे क्रांतिकारियों ने जो सपने देखे थे वे आज भी अधूरे हैं। भगतसिंह ने कहा था कि वे गोरी बुराई को हटाकर काली बुराई नहीं लाना चाहते बल्कि देशी-विदेशी सभी पूंजीपतियों के शासन का अंत कर देश में मजदूरों-मेहनतकशों का शासन लाना चाहते थे।
प्रभात फेरी और सभा में परिवर्तनकामी छात्र संगठन, इंकलाबी मजदूर केंद्र, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी और साइंस फॉर सोसाइटी से जुड़े कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की। सभा का संचालन परिवर्तनकामी छात्र संगठन के शहर सचिव रवि ने किया।