उत्तराखण्ड
कॉर्बेट के धनगढ़ी म्यूजियम में वन्यजीव संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
रामनगर, 12 दिसंबर 2024:
सर्पदुली रेंज के अंतर्गत धनगढ़ी म्यूजियम में आज वन्यजीव संरक्षण और मानव-वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम के लिए एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राजकीय इंटर कॉलेज, कोसीयार, विकासखंड नैनीडांडा, तहसील धूमाकोट के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
गोष्ठी में वान्यजीवों की सुरक्षा और उनके संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाने पर जोर दिया गया। छात्रों को जंगलों में आग लगाने के खतरों और इससे होने वाले पर्यावरणीय और आर्थिक नुकसान के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही, राजाजी टाइगर रिजर्व की सीमा में जंगलों की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाने की अपील की गई।
मानव-वन्यजीव संघर्ष को लेकर विशेष चर्चा:
गोष्ठी में छात्रों को बताया गया कि मानव-वन्यजीव संघर्ष के बढ़ने के प्रमुख कारणों में वनों में आग लगना, अवैध शिकार, और जंगलों के सिकुड़ने से वन्यजीवों का रिहायशी इलाकों में आना शामिल है। इस संघर्ष को रोकने के लिए छात्रों को उनके व्यवहार में बदलाव लाने और वान्यजीवों के प्रति सहानुभूति रखने की अपील की गई।
प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध की अपील:
गोष्ठी के दौरान छात्रों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों जैसे प्रदूषण, स्वास्थ्य समस्याएं, और वन्यजीवों के लिए खतरे के बारे में जागरूक किया गया। छात्रों से प्लास्टिक की जगह कपड़े के बैग का उपयोग करने की अपील की गई।
Living with Tiger थीम पर चर्चा:
कार्यक्रम में “Living with Tiger” थीम के अंतर्गत बाघों के संरक्षण और मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के तरीकों पर चर्चा की गई। इसके तहत, छात्रों को जंगलों और वान्यजीवों के महत्व को समझने और उनके संरक्षण में अपनी भूमिका निभाने की प्रेरणा दी गई।
विशेषज्ञों की उपस्थिति:
इस अवसर पर श्री धर्मपाल सिंह नेगी, वन क्षेत्राधिकारी, श्रीमती हेमा, वन रक्षक, और विद्यालय के प्रधानाचार्य समेत अन्य विशिष्ट व्यक्तियों ने भाग लिया।
यह जागरूकता कार्यक्रम वान्यजीव संरक्षण और मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस तरह के प्रयास छात्रों और स्थानीय लोगों को पर्यावरण और वान्यजीवों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाते हैं।