उत्तराखण्ड
लाखों की धोखाधड़ी करने के बाद बांग्लादेश बॉर्डर में छिपा दिल्ली पुलिस के बर्खास्त सिपाही, एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
देहरादून। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल की अगुवाई में उत्तराखंड के टॉप इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु ठोस कार्ययोजना बनाकर ऑपरेशन इनामी लगातार चलाया जा रहा है जिसमें अब तक 35 इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा अपनी टीमों को उत्तराखंड राज्य के टॉप इनामी अपराधियों की सूची बनाकर इन पर ठोस तरीके से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। जिसपर चन्द्र मोहन सिंह अपर पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 व विवेक कुमार, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 द्वारा किया जा रहा हैं। इसी क्रम में निरीक्षक प्रदीप कुमार राणा द्वारा जनपद देहरादून थाना रायपुर से मु0अ0स0 01/2020 धारा 2/3 गैंगस्टर एक्ट मेें फरार मुख्य अभियुक्त जोगिन्दर सिंह पुत्र रघबीर सिंह नि0 खेडीसाद थाना सांपला रोहतक हरियाणा जिस पर 50 हजार रू0 का ईनाम घोषित है उसकी गिरफ्तारी के सम्बन्ध मे अपराधियों के गृृह राज्य हरियाणा, दिल्ली एवं बिहार में छापामार अभियान चलाने के बाद ईनामी अपराधी पश्चिम बंगाल में कहीं रह रहा है।
इस पर एस0टी0एफ0 की टीम को पश्चिम बंगाल रवाना किया गया। टीम के सदस्यो ने वहीं रहकर अथक प्रयास कर ईनामी अपराधी जोगिन्दर सिंह पुत्र रघबीर सिंह नि0 खेडीसाद थाना सांपला रोहतक हरियाणा का पता लगाकर बांगलादेश बार्डर, होबरा,पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया। अपराधी जोगिन्दर, होबरा में अपनी महिला मित्र बलिता दास (काल्पनिक नाम) के साथ रह रहा था जो वहॅा कि मूल निवासी है एवं आन लाइ्न शेयर व क्रिप्टो करेन्सी की ट्रैडिंग का कार्य कर रहा था। उक्त अपराधी पूर्व में दिल्ली पुलिस में सिपाही था। जिसे लगभग 20-25 वर्ष पूर्व इसके कुकृत्यों के कारण दिल्ली पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया था।
पूछताछ में उसने बताया कि के द्वारा अपने 07 साथियों के साथ मिलकर जनपद देहरादून थाना रायवाला क्षेत्र में एयरवेज इन्टरप्राईजेज नाम की एक फाईनेन्स कम्पनी खोली थी। जिसमें जनता को 15 दिन में किस्तों के आधार पर डेढगुना पैसा वापस करने का लालच देकर कम्पनी में निवेश करने का लालच दिया गया जिस पर जनता ने विश्वास करके काफी पैसा इनकी कम्पनी में निवेश कर रखा था।
दिनाॅक 10.08.2019 को थाना रायपुर पुलिस द्वरा कम्पनी पर छापा मारकर 07 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उनके के विरूद्व मु0अ0स0 99/19 धारा 420 भा0द0वि0 व 45एस, 58बी भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम पंजीकृत कराया गया। दिनाॅक 01.01.2020 को सातो अभियुक्तों पर 01/2020 धारा 2/3 गैंगस्टर एक्ट का अभियोग पंजीकृृत किया गया। जिसके पश्चात् उक्त अपराधी लगातार फरार चल रहा था जिसकी गिरफ्तारी पर उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा 50 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया था.गिरफ्तार करने वाली टीम में उ0नि0 उमेश कुमार.हे0का0 कैलाश नयाल. अनूप भाटी. चमन कुमार. अर्जुन रावत. विरेन्द्र नोटियाल. सन्देश यादव.अनिल कुमार आदि थे।