उत्तराखण्ड
रामनगर-आंदोलनकारियों को अपने ऑफिस बुलाकर खुद लापता हो गए कॉर्बेट डायरेक्टर
निदेशक कार्बेट टाइगर रिजर्व ने संघर्ष समिति को वार्ता के लिए आमंत्रित किया और स्वयं अपने कार्यालय से नदारत हो गए।
रामनगर।28 दिसंबर को निदेशक कार्बेट टाइगर रिजर्व ने किसान संघर्ष समिति व संयुक्त संघर्ष समिति को मानव वन्य जीव संघर्ष को न्यून करने के लिए संघर्ष समिति को 29 दिसंबर को दिन में 11 बजे अपनी अध्यक्षता में वार्ता के लिए पत्र लिखकर आमंत्रित किया था। वार्ता के इस आमंत्रण को स्वीकार कर संघर्ष समिति के एक दर्जन से अधिक लोग निदेशक कार्बेट टाइगर रिजर्व कार्यालय में पहुंचे तो वे कार्यालय से नदारत पाए गए। फोन पर उन्होंने बताया कि वह किसी वीआईपी प्रोटोकॉल में चले गए हैं तथा वार्ता करने में असमर्थ है। संघर्ष समिति द्वारा कुछ समय बाद वार्ता करने के प्रस्ताव को भी उन्होंने स्वीकार नहीं किया।इस पर आक्रोशित संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों ने कार्बेट टाइगर रिजर्व कार्यालय पर प्रदर्शन कर नारेबाजी की तथा 31 दिसंबर के कॉर्बेट पार्क बंद करने जैसे निर्णय को यथावत रखने की घोषणा की।
समिति के संयोजक ललित उप्रेती ने कहा कि उत्तराखंड में पिछले दो महीनों में टाइगर व तेंदुओं के हमले में लगभग डेढ़ दर्जन लोगों की मौत हो गई है और 45 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। रामनगर क्षेत्र में टाइगर व तेंदुओं का आतंक लगातार बना हुआ है।उन्होंने कहा कि इंसानों को मार कर जंगली जानवरों का संरक्षण किया जा रहा है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
महेश जोशी ने कहा कि सरकार के मंत्री व अधिकारी जनता की बात सुनने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में अब जनता को अपने जीवन को बचाने के लिए आंदोलन के अलावा और कोई रास्ता नहीं है। उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर को ढेला-झिरना जोन पूर्णता बंद रखा जाएगा। इसके लिए ग्रामीण प्रातः 5 बजे से ग्राम सांवल्दे (प) में धरने पर बैठ जाएंगे।
प्रतिनिधि मंडल में मुन्नी मनराल, अनीता अधिकारी, भावना अधिकारी, अनीता गोसाई, ललिता रावत, महेश जोशी ,संजय मेहता ,ललित मोहन पांडे ,सोबन तड़ियल ,प्रभात ध्यानी,मुनीष कुमार ,रोहित रोहिल्ला ,बसंत कुमार ,आनंद सिंह नेगी ,राशिद खान, बीडी नैनवाल आदि मौजूद थे ।