उत्तराखण्ड
उत्तराखंड पुलिस की साइबर सुरक्षा में बड़ी उपलब्धि, देशभर में तीसरा स्थान, 72 पुलिस कर्मी बने साइबर कमांडो
देहरादून। गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देश पर आयोजित साइबर कमांडो परीक्षा 2025 के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं, जिसमें उत्तराखंड पुलिस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देशभर में तीसरा स्थान हासिल किया है। इस परीक्षा में राज्य के 72 पुलिस कर्मी साइबर कमांडो के रूप में चयनित हुए हैं।
उत्तराखंड पुलिस का शानदार प्रदर्शन
इस प्रतिष्ठित परीक्षा में भारत के विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के लगभग 3200 पुलिस कर्मियों ने भाग लिया। उत्तराखंड से 242 पुलिस कर्मियों ने परीक्षा दी, जिनमें से 72 कर्मियों का चयन हुआ, जिसमें एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन उत्तराखंड के 07 कर्मी भी शामिल हैं।
टॉप-3 अभ्यर्थियों को ऑल इंडिया टॉप-10 में स्थान
उत्तराखंड से चयनित टॉप-3 पुलिस कर्मियों ने ऑल इंडिया टॉप-10 रैंकिंग में जगह बनाई—
1. कॉन्स्टेबल हरेंद्र भंडारी (साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, देहरादून) – ऑल इंडिया रैंक 2
2. कॉन्स्टेबल कादर खान (एसटीएफ उत्तराखंड, देहरादून) – ऑल इंडिया रैंक 6
3. अपर उपनिरीक्षक चंद्रमोहन (साइबर सेल, अल्मोड़ा) – ऑल इंडिया रैंक 10
उत्तराखंड को देशभर में तीसरा स्थान
परीक्षा में उत्तीर्ण कर्मियों की संख्या के आधार पर, उत्तराखंड देशभर में तीसरे स्थान पर रहा। तेलंगाना (172) पहले स्थान पर, केरल (73) दूसरे स्थान पर, और उत्तराखंड (72) तीसरे स्थान पर रहा।
मुख्यमंत्री और पुलिस विभाग ने दी बधाई
उत्तराखंड में बढ़ते साइबर अपराधों को देखते हुए मुख्यमंत्री द्वारा साइबर सुरक्षा को मजबूत करने और साइबर ठगी पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। इसके तहत राज्य में लगातार साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ के मार्गदर्शन में पुलिस महानिरीक्षक श्री नीलेश आनंद भरने के नेतृत्व में साइबर पुलिस लगातार नई तकनीकों पर काम कर रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराखंड नवनीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) द्वारा साइबर कमांडो की विशेष शाखा स्थापित करने की योजना के तहत यह परीक्षा आयोजित की गई थी।
साइबर कमांडो को मिलेगा विशेष प्रशिक्षण
चयनित साइबर कमांडो को देश के प्रतिष्ठित आईआईटी संस्थानों और राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU) में गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा। वे अपने मूल संगठन में रहकर डिजिटल फॉरेंसिक, साइबर हमलों की रोकथाम, घटना प्रतिक्रिया और आईसीटी सुरक्षा में विशेषज्ञता हासिल करेंगे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराखंड ने सभी चयनित अभ्यर्थियों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उत्तराखंड पुलिस का यह प्रदर्शन राज्य में साइबर सुरक्षा की मजबूती की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।




