उत्तराखण्ड
रामनगर:पूछड़ी में प्रदर्शन के बाद विद्युत आपूर्ति बहाल, ग्रामीणों की जीत
ग्राम पूछड़ी में प्रदर्शन के बाद विद्युत आपूर्ति बहाल, ग्रामीणों की जीत
रामनगर (नैनीताल) ग्राम पूछड़ी में गैरकानूनी तरीके से काटे गए बिजली कनेक्शन को लेकर ग्रामीणों के विरोध और प्रदर्शन का असर दिखा। सोमवार को संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में ग्रामीणों ने विद्युत उपखंड कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और तत्काल बिजली कनेक्शन बहाल करने की मांग की। संघर्ष समिति ने अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि कनेक्शन काटने में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों पर न्यायालय की अवमानना और कानूनी कार्रवाई की जाए।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी का आरोप
धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 13 नवंबर को बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगाते हुए स्पष्ट निर्देश दिए थे कि कार्यपालिका को अपनी शक्तियों का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए और न्यायिक प्रक्रिया का पालन करना चाहिए। लेकिन वन और विद्युत विभाग ने इन आदेशों की अनदेखी करते हुए ग्रामीणों के बिजली कनेक्शन काट दिए, जिससे उनके घरों में अंधेरा छा गया।
न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन
वक्ताओं ने बताया कि पूछड़ी बेदखली मामले में ग्रामीणों की अपील वन संरक्षक कार्यालय, हल्द्वानी में लंबित है और उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए हैं। बावजूद इसके, विद्युत विभाग द्वारा कनेक्शन काटना स्पष्ट रूप से न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन है।
वनाधिकार कानून का हवाला
ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें इस क्षेत्र में रहते हुए पांच पीढ़ियां बीत चुकी हैं। वनाधिकार कानून, 2006 के अनुसार, तीन पीढ़ियों से वन भूमि पर निवास करने वालों को सामूहिक और व्यक्तिगत भूमि अधिकार दिए जाते हैं। ग्रामीणों ने मांग की कि पूछड़ी को भी बिंदुखत्ता की तर्ज पर राजस्व ग्राम घोषित किया जाए।
वार्ता के बाद बिजली बहाल
संघर्ष समिति और विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता व एसडीओ के बीच हुई वार्ता के बाद सभी घरों की बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई। ग्रामीणों ने इसे अपनी बड़ी जीत माना है।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख लोग
इस विरोध प्रदर्शन में समिति संयोजक ललित उप्रेती, उपपा नेता प्रभात ध्यानी, मौ आसिफ, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की तुलसी छिंबाल, समाजवादी लोक मंच के मुनीष कुमार, महिला एकता मंच की सरस्वती, कौशल्या, सीमा तिवारी, धना देवी, दुर्गा, अंजलि, आइसा के सुमित और साहिस्ता समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
ग्राम पूछड़ी में बिजली आपूर्ति बहाल होने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है और इस घटना ने एक बार फिर कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।