उत्तराखण्ड
घर से नाराज होकर आत्महत्या करने के लिए जा रहा था युवक, सही समय पर पहुंच गई पुलिस
देहरादून। घर से नाराज होकर निकला व्यक्ति, घर वालों को वीडियो कॉल कर गंगा जी में कूदने की बात कहने लगा। इसकी सूचना पुलिस को मिली तो ढूंढखोज की गई। इससे पहले कि युवक आत्महत्या करता,पुलिस ने उसे बचा लिया।
पुलिस क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश द्वारा प्रभारी एसओजी ग्रामीण देहरादून को सूचना दी कि अमित कुमार (काल्पनिक नाम) नाम का एक व्यक्ति जो विकासनगर का रहने वाला है, अपने परिजनों से नाराज होकर अपने घर से चला गया है, जिसकी मोबाईल की लोकेशन ऋषिकेश में आ रही है। उक्त सूचना पर प्रभारी एसओजी ग्रामीण द्वारा पुलिस कांस्टेबल नवनीत सिंह नेगी व पुलिस कांस्टेबल विरेन्द्र गिरी को अविलम्ब गुमशुदा व्यक्ति के मोबाईल नम्बर की लोकेशन पर पंहुचकर तलाश करने के सम्बन्ध में निर्देश दिए गए तथा गुमशुदा व्यक्ति के परिजनों से वार्ता कर उसकी मोटर साईकिल का नम्बर व उसके फोटो प्राप्त कर कर्मचारीगण को दिये गये। पुलिस कांस्टेबल नवनीत सिंह नेगी व पुलिस कांस्टेबल वीरेन्द्र गिरी द्वारा गुमशुदा के मोबाईल नम्बर की लोकेशन चैक की गयी तो लोकेशन लक्ष्मणझूला की आयी, जिस पर पंहुच कर उसकी मोटर साईकिल को तलाश किया गया तो मोटर साईकिल मुनिकीरेती पार्किंग में खड़ी पायी गयी।
गुमशुदा के परिजनों द्वारा बार-बार बताया जा रहा था कि वह गंगा घाट पर खड़े होकर अपनी पत्नी को वीडियो कॉल कर गंगाजी में कूदने की बात कह रहा है। दोनो पुलिस कर्मचारी द्वारा गंगाजी के किनारे स्थित घाटों में गुमशुदा की तलाश की गयी तो गंगाजी के किनारे एक व्यक्ति खड़ा दिखाई दिया जो मोबाईल पर बाते कर रहा था, जिस पर दोनो पुलिस कर्मचारी द्वारा फोटो से मिलान करने पर उसका गुमशुदा अमित (काल्पनिक नाम) होना पाया गया, जिसे दोनो पुलिस कर्मियों द्वारा अपनी बातों में उलझाकर नदी में कूदने से रोका गया तथा समझा-बुझाकर अपने साथ कोतवाली ऋषिकेश लाया गया। जिसकी सूचना गुमशुदा के परिजनों को दी गयी, जिनके आने पर गुमशुदा उपरोक्त को उनके सुपुर्द किया गया, गुमशुदा व्यक्ति के सकुशल मिलने पर उनके परिजनों द्वारा देहरादून पुलिस की प्रशंसा करते हुए दोंनो पुलिस कर्मियों का आभार व्यक्त किया गया।