उत्तराखण्ड
केदारखंड विकास की दिशा में स्वर्णिम काल, योजनाओं के रूप में सभी कल्पनाएं हो रही साकार
देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि राज्य के लिए यह सौभाग्य का विषय है कि देश के प्रधान मंत्री उतराखंड के मार्गदर्शक हैं और राज्य का नेतृत्व कुशल शिल्पी और मजबूत इरादों वाले रणनीतिकार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हाथ मे है, जिनकी अदभुद क्षमता के कारण विकास योजनाये धरातल पर उतर रही है। केदारखंड सर्किट से जुड़े सभी मंदिरों के जीर्णोद्वार एवं केदारखंड के सभी मंदिरों को चारधाम यात्रा से जोड़ने के धामी के विजन से 2025 तक राज्य मे विकास के कई नये आयाम गढ़ने जा रहा है जो कि प्रदेश की आर्थिकी के लिए ऐतिहासिक होगा।
कर्णप्रयाग मे पत्रकारों से वार्ता करते हुए श्री चौहान ने कहा कि सही मायनों में आज धामी विकास के भागीरथ बन चुके है और देश विदेश मे भी उत्तराखंड को गौरवान्वित कर रहे है। अपने पारदर्शी सुशासन और भ्रष्टाचार के खिलाफ तमाम ताबड़तोड़ कार्यवाही से यह साबित किया है कि प्रदेश हित मे वह हर कड़े फैसले ले सकते है और राज्य को आगे बढ़ाने के लिए यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि केदारखंड विकास की दिशा मे एक स्वर्णिम काल है और योजनाओं के रूप मे सभी कल्पनाएँ आज साकार हो रही है। आज केंद्र के सहयोग से 2 लाख करोड़ से अधिक की योजनाएं धरातल पर चल रही है। राज्य मे डबल इंजन की सरकार है और केंद्र से अत्यंत निकटता का लाभ राज्य को मिल रहा है तो इसमे सीएम पुष्कर सिंह धामी का अहम योगदान है। हालांकि उससे भी अहम है कि योजनाएं उतरने के बाद उनका गहन निरीक्षण और गुणवत्ता के लिए पैनी नजर जरूरी होती है और सीएम इस पर फोकस करते रहे है। आज सीएम की अधिकांश घोषणाये पूरी हो चुकी है और वह उतनी ही घोषणाएं करते हैं जितनी अमल मे लायी जा सके।
पूर्व की कांग्रेसी सरकार भी डबल इंजन की रही है, लेकिन वह राज्य को कितना लाभ दिला पाए यह अंदाज इससे लग सकता है कि कांग्रेस नीत केंद्र सरकार ने उत्तराखंड का विशेष पैकेज छीन लिया और राज्य की कांग्रेस सरकार और सांसद मूक दर्शक बने रहे। आज उत्तराखंड की गिनती तेजी से विकास की ओर बढ़ते राज्य और धामी देश के लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों मे सुमार हैं। धामी की समावेशी विकास की नीति का विपक्ष भी कायल रहा है और कई बार विपक्ष के बड़े नेता उनकी प्रसंशा भी कर चुके हैं। उत्तराखंड के पौराणिक और करोड़ो करोड़ो के आस्था के केंद्र रहे बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री तथा गंगोत्री आज सुलभ और सुविधाजनक हो गए है। चारधाम आज विश्व पटल पर शुशोभित है और रोजगार की दिशा मे राज्य के युवाओं के लिए सुखद साबित हो रहा है। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रदेश, गढवाल क्षेत्र और सीमांत क्षेत्रों की तस्वीर बदलने वाली है। इससे पलायन पर अंकुश लग सकेगा। कनेक्टिविटी बढ़ने से राज्य आर्थिक रूप से विकसित राज्यों मे शामिल हो रहा है।